पन्ना/सीधी। पन्ना टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या के चलते प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है. इस निर्णय के तहत अब पन्ना टाइगर रिजर्व की बाघिन शिवपुरी माधव टाइगर रिजर्व की शोभा बढ़ाएगी. इस बाघिन को वहां शिफ्ट करने की तैयारियां चल रही हैं. वहीं सीधी से मिली एक अन्य खबर के अनुसार बाघ के पदचिन्ह दिखने के बाद जिले मझौली के चमराडोल में लोग अपने घरों में कैद होने के मजबूर हो गए हैं. (Panic after getting tiger footprint in sidhi)
माधव टाइगर रिजर्व में शिफ्ट होगी पन्ना की बाघिनः पन्ना में बाघ पुनर्स्थापना योजना लागू होने के बाद लगातार बाघों का कुनबा बढ़ता जा रहा है. इस पन्ना टाइगर रिजर्व में 80 से अधिक बाघ हो गए हैं. ऐसे में पन्ना टाइगर रिजर्व एरिया इन बाघों के लिए छोटा पड़ रहा है. इसलिए सरकार ने फैसला लिया है कि पन्ना टाइगर रिजर्व की हाइब्रीड बाघिन शिवपुरी के माधव टाइगर रिजर्व भेजी जाएगी. दरअसल शिवपुरी टाइगर रिजर्व में नीलगाय की संख्या ज्यादा है और इन संख्या काबू करने के लिए बाघिन को शिफ्ट करने की तैयारी है. बाघिन को शिफ्ट करने के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व का अमला उसे ट्रैक कर रहा है. माना जा रहा है कि फरवरी के प्रथम सप्ताह में बाघिन को शिवपुरी में शिफ्ट कर लिया जाएगा. शिफ्टिंग की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं. (panna tigress will shift to madhav tiger reserve)
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टाइगर के फुटप्रिंट दिखने से घर में कैद हुए लोगः दूसरी ओर सीधी जिले के मझौली के चमराडोल में टाइगर का पदचिन्ह दिखने से दहशत फैल गई है. वन विभाग ने इसकी मुनादी पूरे इलाके में करा दी है. जानकारी के अनुसार जिले के मझौली विकासखंड में संजय टाइगर रिजर्व के चामराडोल में बीट आर 1311 मे टाइगर के फुटमार्क देखे जाने के बाद वन विभाग अलर्ट मोड में है. वहीं आसपास क्षेत्र के ग्रामीण दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं. अब लोग अपने घरों में ही कैद हो गए हैं. जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर की दूर ग्राम चमराडोल है. यहां बाघ के फुटमार्क देखे जाने के बाद प्रशासन की टीम चारों तरफ है निरीक्षण व निगरानी करती हुई देखी जा रही हैं. संजय टाइगर रिजर्व का पूरा अमला, वन विभाग का पूरा अमला इन दिनों ग्राम चमरा डोल में मौजूद है. (People imprisoned in house due to tiger footprint)