पन्ना। प्रदेश सरकार की तरफ से गरीब, असहाय तबके के लोगों के लिए कई प्रकार की योजनाएं तो चला दी जा रही हैं, लेकिन इन योजनाओं का कितना लाभ आम-आदमी तक पहुंच रहा इसका अंदाजा बुजुर्ग विधवा रामकली को देख कर आसानी से लगाया जा सकता है. 80 साल की बुजुर्ग महिला जो अपनी ज़िंदगी के अंतिम दिन बिता रही हैं, इस उम्र में उसे सरकार की योजनाओं का लाभ घर बैठे मिलना चाहिए, लेकिन हालातों से मजबूर रामकली दर-दर भटकने को मजबूर है.
तमाम कोशिशों को बाद भी जब इस बुजुर्ग महिला को सरकार की योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिला, तो अब अपना गुजारा करने के लिए रामकली ने एक मंदिर के बाहर भीख मांग कर अपना गुजारा किया. पन्ना के इन्द्रपुरी कालोनी निवासी 80 साल की विधवा महिला रामकली जिनके पति पहले ही गुजर चुकें हैं और न ही उनकी कोई संतान है. ऐसी हालात में रामकली के पास एक मकान ही है, वो भी कुछ दबंगो द्वारा फर्जी तरीके से जबरन कब्जाने की लगातार कोशिश की जा रही है. महिला को उसके ही घर मे घुसने नहीं दिया जाता है, अगर वो अपने घर जाती है, तो उसके साथ मारपीट भी की जाती है. जिसकीं शिकायत भी महिला ने कई बार की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
रामकली एक बोरी में अपना कुछ सामान लेकर भरी बरसात में भीख मांगती फिरती हैं. चंद पैसे मिल जाने पर कुछ खाने का इंतजाम हो जाता है. वहीं मानवता दिखाते हुए एक चाय वाले ने उसे अपनी झोपड़ी में सिर छुपाने की जगह दे दी है, लेकिन शासन के द्वारा उसे कोई सुविधा प्रदान नहीं की गई है, जिससे महिला बेबसी की ज़िंदगी जीने पर मजबूर हैं.