पन्ना। शासन द्वारा तरह-तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं की योजनाएं जारी की जा रही हैं, लेकिन सीएससी केंद्रों में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य केंद्र में आने के बाद किस तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं.
जिसका उदाहरण पन्ना जिले के समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहनगर में देखा जा सकता है. जहां परिवार नियोजन के तहत नसबंदी कराने आईं महिलाओं को जमीन पर ही लिटा दिया गया. इतना ही नहीं यदि यहां किसी महिला को नसबंदी के बाद पलंग मिल जाता है, वह अपने आप को खुशनसीब समझती है. वहीं यहां प्रबंधन द्वारा एक पलंग पर दो-दो महिलाओं को भी लिटाया जाता है.
यहा के स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाएं इतनी बद्दतर है कि यहां मरीज के ओढ़ने के लिए चादर तक परिजनों द्वारा बाजारों से किराए पर लाए जाते हैं. वही ओढ़ने के लिए कपड़ों का मूल्य उन्हें एक रात के लिए 30 से 50 रुपए चुकाना पड़ता है. जिससे संक्रमण फैलने खतरा बना रहता है.
वहीं महिलाओं ने स्वास्थ्य प्रबंधक पर आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग में नसबंदी शिविर में आए लोगों को किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी जा रही है. वहीं जब इस संबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक बीएमओ से बात की गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कार्रवाई करने की बात कही.