पन्ना। मझगवां में हीरों की ई नीलामी में देशभर के हीरा कारोबारी व फर्मे हिस्सा ले रही हैं. नीलामी में एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा 125 पैकेट में हीरे ऑनलाइन नीलामी में रखे गये थे. कंपनी प्रबंधन की ओर से हीरे के इन पैकेटों को पन्ना स्थित परियोजना परिसर में 2 दिन प्रदर्शित किया गया था. इसके बाद हीरे के इन्हीं पैकटों को 22 फरवरी से 4 मार्च तक सूरत में प्रदर्शित किया गया. हीरो के प्रदर्शित करने के बाद अब ई-नीलामी एनएमडीसी द्वारा ऑनलाइन कराई जा रही है. नीलामी समाप्त होने के बाद सफल बोलीदारों के नामों की घोषणा की जाएगी और सीलबंद हीरो को देने के लिए समय तय किया जाएगा, जिसकी जानकारी सफल बोलीदारों को दी जाएगी. ( Diamond auction of NMDC)
ऐसे निकलता है पन्ना की धरती से हीरा
पन्ना की रत्नगर्भा धरा में कब किसकी किस्मत चमक जाए इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. इस बेशकीमती रत्न को पाने के लिए हर किसी की इच्छा होती है, लेकिन ये रत्न उसी को मिलता है जो दिनभर तपती धूप में भी खदानों में कड़ी मेहनत करता है. इस रत्न को पाने के लिए पन्ना के लोग यहां आकर हीरा की खदान लगाते हैं.
ऐसे होती है हीरे की नीलामी
हीरा मिलने के बाद उसे हीरा कार्यालय में जमा कराना होता है. जिसे नीलामी में रखा जाता है. नीलामी में हीरा पारखी उसकी वेल्यू बताता है. उसके हिसाब हीरा व्यापारी बोली लगाते हैं. बोली में बिकने के बाद हीरा से मिलने वाली राशि संबंधित हीरा मालिक को साढ़े ग्यारह फीसदी रॉयल्टी और एक परसेंट टीडीएस काटकर दे दी जाती है.
पन्ना की धरती ने उगला बेशकीमती हीरा, 26 कैरेट वाले हीरे की कीमत करोड़ों में
तीन तरह की परतों में पाया जाता है हीरा
माना जाता है कि पन्ना के एक हजार वर्ग किलोमीटर से ज्यादा क्षेत्र में हीरा मिलने की संभावनाएं हैं. यहां हीरा तीन तरह की परतों में पाया जाता है. पहली काले रंग के किम्बर लाइट,दूसरी कड़े कांगलो मेरेट पत्थर के साथ और तीसरी में ये छोटे-छोटे पत्थरों के रूप में पाया जाता है.
जिले में हीरा मिलने के स्थान
बताया जाता है कि बृजपुर पहाड़ीखेड़ा के आस-पास 5 से 10 फिट गहराई में ही हीरा मिल जाता है. इसी तरह सरकोह,रानीपुर,सकरिया जैसे स्थानों का भी यही हाल है. लेकिन बदलते वक्त के हिसाब से अधिकतर हीरा संभावित क्षेत्र वन विभाग के कब्जे में चला गया. जिससे यहां खुदाई पर पाबंदी है.