पन्ना। 2018 में हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया 2 साल हो जाने के बाद भी पूरी नहीं हुई है. जिसको लेकर पूरे प्रदेश के चयनित शिक्षकों में गुस्सा है. पन्ना जिले में भी मध्यप्रदेश चयनित शिक्षक संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जमकर हंगामा किया. चयनित शिक्षकों ने चंदशेखर पार्क से हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली. उसके बाद कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. कई घंटों तक नारेबाजी करने के बाद नयाब तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया. इस दौरान सेकड़ों की संख्या मध्यप्रदेश चयनित शिक्षक संघ के शिक्षक शामिल हुए.
- 30594 शिक्षकों की चयन प्रक्रिया लंबित
मध्यप्रदेश चयनित शिक्षक संघ की मांग है कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 की पूर्व स्कूल शिक्षा विभाग व जनजातीय कल्याण विभाग ने प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के माध्यम से संयुक्त पात्रता परीक्षा आयोजित की था. इसके अंतर्गत उच्च माध्यमिक शिक्षक के 19220 पद पर एवं माध्यमिक शिक्षक के 11374 पद पर भर्ती निकाली गई थी. जिसकी परीक्षा और परीक्षा परिणाम के बाद नियुक्ति हेतु दोनों विभाग ने काउंसलिंग प्रक्रिया में दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया प्रारंभ की.
2 वर्ष बीत जाने के बाद भी काउंसलिंग प्रक्रिया दस्तावेज सत्यापन पर ही अटकी हुई है. जिससे हमारी नियुक्तियां आज तक लंबित हैं. इस बीच जुलाई 2020 में दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई लेकिन उसे आधा अधूरा करवाकर बीच में ही रोक दिया गया.
- विभाग ने बनाया लोक परिवहन का बहाना
विभाग ने चयन प्रक्रिया लंबित होने का कारण लोक परिवहन उपलब्ध ना होना बताया था. जो कि आप सभी जगह उपलब्ध है. फिर भी 2 साल से हम चयनित शिक्षक लगातार प्रताड़ित हो रहे हैं. इन्हें 30594 चयनित अभ्यर्थी अपने परिवार सहित कई प्रकार के आर्थिक सामाजिक संकटों से जूझ रहे हैं. स्कूल शिक्षा विभाग की आज संवेदनशीलता देखते हुए हम चाहते हैं कि हमारे मुद्दे को महत्वपूर्ण मानते हुए हमारी लंबित नियुक्तियां समय पर करे. अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती हैं तो मध्यप्रदेश चयनित शिक्षक संघ आगे उग्र आंदोलन करेगा.