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कोरोना वॉरियर्स को हटाने के फरमान का विरोध, भूख हड़ताल की दी चेतावनी

पन्ना स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक स्टाफ नर्स, फॉरमसिस्ट, सपोर्ट स्टाफ, एएनएम को हटाने का फरमान जारी किया है. उक्त मामले को लेकर कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध जताया, साथ ही भूख हड़ताल की चेतावनी भी दी.

Preparing to go on indefinite hunger strike
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने की तैयारी
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Published : Dec 3, 2020, 10:56 PM IST

पन्ना। राजधानी भोपाल में कोरोना वॉरियर्स पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और एफआईआर के बाद पन्ना जिल में भी कोरोना वॉरियर्स को हटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी कर दिये हैं. पन्ना स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक स्टाफ नर्स, फॉरमसिस्ट, सपोर्ट स्टाफ, एएनएम को हटाने का फरमान जारी किया है. उक्त मामले को लेकर कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर न्याय देने की मांग की है.

स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि हम सभी कर्मचारियों ने विगत 8 महीने से कोरोना काल में इमानदारी तथा निष्ठापूर्वक जान जोखिम में डालकर काम किया है, लेकिन अब प्रदेश सरकार द्वारा सभी कर्मचारियों को सेवा से वंचित किया जा रहा है.कोरोना वॉरियर्स ने मांग की है, कि उन्हे नियमित किया जाए, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल द्वारा पूर्व से कार्य कर रहे सभी कोरोना वारियर्स कर्मचारियों की अस्थाई अनुबंध खत्म करते हुए स्थाई संविदा संविलियन किया जाए. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए 85% सेवारत कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया है.

MP कोरोना वॉरियर्स को सरकारी तोहफा, प्रदर्शन कर रहे 46 वॉरियर्स को पहले पीटा फिर घसीट कर जेल ले गई पुलिस

इस श्रेणी में पन्ना जिले की स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक कर्मचारी शामिल हैं. कर्मचारियों ने ज्ञापन देते हुए कहा कि यदि हमारी मांग नहीं मानी गई, तो एक दिसंबर से वह सभी जिला मुख्यालय पन्ना में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे. वही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया है, कि पन्ना जिले में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को देखते हुए शासन को प्रतिवेदन भेजा जाएगा, कि जो कर्मचारी सेवारत हैं. उन्हें हटाया नहीं जाए.

पन्ना। राजधानी भोपाल में कोरोना वॉरियर्स पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और एफआईआर के बाद पन्ना जिल में भी कोरोना वॉरियर्स को हटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी कर दिये हैं. पन्ना स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक स्टाफ नर्स, फॉरमसिस्ट, सपोर्ट स्टाफ, एएनएम को हटाने का फरमान जारी किया है. उक्त मामले को लेकर कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर न्याय देने की मांग की है.

स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि हम सभी कर्मचारियों ने विगत 8 महीने से कोरोना काल में इमानदारी तथा निष्ठापूर्वक जान जोखिम में डालकर काम किया है, लेकिन अब प्रदेश सरकार द्वारा सभी कर्मचारियों को सेवा से वंचित किया जा रहा है.कोरोना वॉरियर्स ने मांग की है, कि उन्हे नियमित किया जाए, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल द्वारा पूर्व से कार्य कर रहे सभी कोरोना वारियर्स कर्मचारियों की अस्थाई अनुबंध खत्म करते हुए स्थाई संविदा संविलियन किया जाए. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए 85% सेवारत कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया है.

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इस श्रेणी में पन्ना जिले की स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक कर्मचारी शामिल हैं. कर्मचारियों ने ज्ञापन देते हुए कहा कि यदि हमारी मांग नहीं मानी गई, तो एक दिसंबर से वह सभी जिला मुख्यालय पन्ना में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे. वही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया है, कि पन्ना जिले में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को देखते हुए शासन को प्रतिवेदन भेजा जाएगा, कि जो कर्मचारी सेवारत हैं. उन्हें हटाया नहीं जाए.

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