ETV Bharat / state

नसबंदी का टारगेट पूरा करने के लिए महिला की जिंदगी से खिलवाड़

पन्ना में एक महिला आशा कार्यकर्ता द्वारा नसबंदी ऑपरेशन करवाने गई थी, लेकिन न तो महिला को उसका सर्टिफिकेट दिया गया. वहीं महिला ऑपरेशन के बाद भी गर्भवती हो गई.

महिला और उसका पति
author img

By

Published : Jul 23, 2019, 5:50 PM IST

पन्ना। नसबंदी पूरा करने के टारगेट के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है. जब एक महिला आशा कार्यकर्ता द्वारा नसबंदी ऑपरेशन करवाने गई थी, लेकिन न तो महिला को उसका सर्टिफिकेट और न कोई जरूरी दस्तावेज दिया गया है. मामला तब और गंभीर हो गया जब नसबंदी के दो महीने बाद महिला गर्भवती हो गई.


पूरा मामला पन्ना के पवई की निवासी गेंदा बाई का दहलान चौकी के एक आशा कार्यकर्ता द्वारा नसबंदी का ऑपरेशन करवाया गया था. जिसके महिला को न कोई सर्टिफिकेट और न ही कोई दस्तावेज दिए गए. महिला और उसका पति कई दिनों से अस्पताल और अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. लेकिन उन्हें दस्तावेज नहीं दिए गए.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही


गौर करने वाली बात यह है कि नसबंदी के दो महीने बाद ही महिला गर्भवती हो गई. महिला के पहले से दो बच्चें हैं. उन्हें अब और बच्चें नहीं चाहिए थे, जिसके चलते परिवार ने महिला की नसबंदी करवाई थी. लेकिन वो ऑपरेशन फेल हो गया. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, आशा कार्यकर्ताओं, सहित गांव के सरपंच और सचिव को प्रति ऑपरेशन करवाने वाली महिलाओं को लाने और उनका ऑपरेशन करवाने के लिए 600 रुपए प्रोत्साहन राशि भी देने की बात सामने आई है. लिहाजा इसके चलते पन्ना में अंधाधुंध नसबंदी ऑपरेशन किए गए.

पन्ना। नसबंदी पूरा करने के टारगेट के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है. जब एक महिला आशा कार्यकर्ता द्वारा नसबंदी ऑपरेशन करवाने गई थी, लेकिन न तो महिला को उसका सर्टिफिकेट और न कोई जरूरी दस्तावेज दिया गया है. मामला तब और गंभीर हो गया जब नसबंदी के दो महीने बाद महिला गर्भवती हो गई.


पूरा मामला पन्ना के पवई की निवासी गेंदा बाई का दहलान चौकी के एक आशा कार्यकर्ता द्वारा नसबंदी का ऑपरेशन करवाया गया था. जिसके महिला को न कोई सर्टिफिकेट और न ही कोई दस्तावेज दिए गए. महिला और उसका पति कई दिनों से अस्पताल और अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. लेकिन उन्हें दस्तावेज नहीं दिए गए.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही


गौर करने वाली बात यह है कि नसबंदी के दो महीने बाद ही महिला गर्भवती हो गई. महिला के पहले से दो बच्चें हैं. उन्हें अब और बच्चें नहीं चाहिए थे, जिसके चलते परिवार ने महिला की नसबंदी करवाई थी. लेकिन वो ऑपरेशन फेल हो गया. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, आशा कार्यकर्ताओं, सहित गांव के सरपंच और सचिव को प्रति ऑपरेशन करवाने वाली महिलाओं को लाने और उनका ऑपरेशन करवाने के लिए 600 रुपए प्रोत्साहन राशि भी देने की बात सामने आई है. लिहाजा इसके चलते पन्ना में अंधाधुंध नसबंदी ऑपरेशन किए गए.

Intro:एंकर : - पन्ना में नशबंदी शिविर लगा कर जिले भर की कई महिलाओं के नसबंदी की गई थी साथ ही स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों, आशा कार्यकर्ताओं, सहित गांव के सरपंच एवं सचिव को भी प्रति ऑपरेशन करवाने वाली महिलाओं को लाने के और उनका ऑपरेशन करवाने के 600 रुपये प्रोत्साहन राशि भी देने की बात सामने आई थी। इसी चक्कर मे पन्ना जिला चिकित्सल्य में अंधाधुन नसबंदी ऑपरेशन किये गए।


Body:पन्ना के पवई निवासी महिला गेंदा बाई का दहलान चौकी एक आशा कार्यकर्ता के द्वारा नसबंदी ऑपरेशन करवाया गया था जिसके न तो महिला को कोई सर्टिफिकीट दिया गया और न ही कोई दस्तावेज, पीड़ित महिला और उसके पति के द्वारा कई बार अपने नसबंदी के कागज लेने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के चक्कर लगाए मगर उन्हें कागज नही मिले,,, मामला तब और गंभीर हो गया जब ऑपरेशन के लगभग 2 महीने बाद महिला गर्भवती हो गई,,,,जिसके बाद महिला सहित उसके घर वाले भौचक्के रह गए।


Conclusion:महिला के पहले से 2 बच्चे है उन्हें अब ओर बच्चे नही चाहिए थे जिसके चलते परिवार ने महिला की नसबंदी करवा दी लेकिन ऑपरेशन फैल हो गया जिस वजह से महिला गर्भवती हो गई और उसे कोई दस्तावेज भी नही दिए गए जिस कारण से उसे कोई मुआवजा भी नही मिल पा रहा है,,,पति के द्वारा महिला के उपचार में 40 हजार रुपये भी खर्च कर दिए गए पति का कहना है कि वह मजदूरी करता है। और आपरेसन फैल होने से उसकी पत्नी को भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
बाइट :- 1 सियाराम चौधरी (पीड़ित का पति)
बाइट :- 2 गेंदा बाई (पीड़ित)
बाइट :- 3 डॉ. एल.के. तिवारी (सीएमएचओ पन्ना)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.