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पन्ना: कोरोना के बाद स्क्रब टाइफस का कहर, 2 मरीज की मौत, भोपाल से जांच के लिए पहुंची टीम - क्या होता है स्क्रब टाइफस

पन्ना जिले में स्क्रब टाइफस तेजी से फैल रहा है, जिससे दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि दो बच्चे इस बीमारी से ग्रासित है. जानलेवा बीमारी  के फैलने से बीमारी के फैसले संक्रमण को देखते हुए भोपाल से स्टेट इंट्रोलॉजिस्ट टीम पन्ना पहुंची. जहां-जहां इस बीमारी के मरीज मिले है वहां-वहां जा कर चूहों को पकड़ कर उनके सैंपल लिए गए है. चूहों के सैंपल को जांच के लिए भोपाल भेजा गया है.

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फाइल फोटो
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Published : Nov 12, 2020, 11:51 AM IST

Updated : Nov 13, 2020, 7:06 AM IST

पन्ना। मध्यप्रदेश में अभी कोरोना का कहर थमा भी नहीं था कि एक और जानलेवा बीमारी ने दस्तक दी है. पन्ना जिले में स्क्रब टाइफस तेजी से फैल रहा है, जिससे दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि दो बच्चे इस बीमारी से ग्रासित है. जानलेवा बीमारी के फैलने से बीमारी के फैसले संक्रमण को देखते हुए भोपाल से स्टेट इंट्रोलॉजिस्ट टीम पन्ना पहुंची. जहां-जहां इस बीमारी के मरीज मिले है वहां-वहां जा कर चूहों को पकड़ कर उनके सैंपल लिए गए है. चूहों के सैंपल को जांच के लिए भोपाल भेजा गया है.

स्क्रब टाइफस

दो लोगों की स्क्रब टाइफस से हुई मौत

स्टेट इंट्रोलॉजिस्ट की टीम है जो ने लोगों के घरों से चूहों को पकड़ कर उनके सैंपल कलेक्ट किये जा रहे है. कोरोना के बाद अब स्क्रब टाइफस नामक बीमारी फैल रही है. पिछले 2 माह पहले अजयगढ़ में इस बीमारी के दो मरीज मिले थे. हालांकि अब यह दोनों मरीज स्वस्थ है. इस बीमारी को देखते हुए जिला चिकित्सा अधिकारियों डॉ एलके तिवारी ने रिपोर्ट भोपाल भेजी. जिसपर भोपाल से टीम जिला पहुंची.

इनसे फैलता है स्क्रब टाइफस

स्क्रब टाइफस जिला प्रभारी डॉक्टर गुंजन सिंह के अनुसार यह लगभग 200 साल पुरानी बीमारी है, जो चूहा, छछून्दर, गिलहरी और खरगोश से फैलती है. इस बीमारी के लक्षण में मरीज को तेज बुखार इसके अलावा सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस फूलना, खांसी आना और उल्टी होना हैं. कुछ मामलों में शरीर पर सूखे चकते भी हो सकते हैं. चिकित्सकों के अनुसार इससे बचने के लिए खेतों में काम करते समय हाथ-पैर को ढक कर रखना चाहिए, साफ सफाई का पालन करना चाहिए. वहीं सीएमएचओ का कहना है कि लोगों को इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए ताकि इस बीमारी से बचा जा सके.

क्या होता है स्क्रब टाइफस ?

स्क्रब टाइफस एक जीवाणुजनित संक्रमण है जो लोगों की मौत की वजह बनता है, जिसके लक्षण कुछ-कुछ चिकनगुनिया जैसे ही होते हैं. स्क्रब टाइफस पिस्सुओं के काटने से फैलता है. पिस्सू चूहे छछून्दर गिलहरी और खरगोश के शरीर पर चिपककर इंसानों के घरों में पहुंचते हैं. पिस्सुओं के इंसानों को काटते ही उसके लार में मौजूद जीवाणु रक्त में फैल जाता है. इसकी वजह से लीवर, दिमाग और फेफड़ों में कई तरह के संक्रमण होने लगते हैं.

स्क्रब टाइफस के लक्षण

स्क्रब टाइफस होने से मरीज को तेज बुखार आता है, जिसमें शरीर का तापमान 104 से 105 तक जा सकता है. तेज बुखार के साथ- साथ जोड़ों में दर्द, शरीर में ऐंठन और शरीर टूटना जैसे लक्षण पाए जाते हैं. इसके साथ ही संक्रमण बढ़ने पर बाजू और कूल्हों के नीचे गिल्टिंयां हो जाती हैं.

कैसे बचे स्क्रब टाइफस से ?

  • संक्रमित घुन और पिस्सुओं से बचाव के लिए शरीर पर लगाने वाली क्रीम रिपेलेन्ट का उपयोग करें.
  • खेत, जंगल, झाडिय़ों में जब भी जाएं पूरे कपड़े पहन कर जाएं. खुले स्थान पर घुन या पिस्सू न काट सकें, इसके लिए संबंधित क्रीम लगाएं.
  • प्रभावित क्षेत्रों में घास फूस और झाड़ियों पर बैठें या सोएं नहीं.
  • घर के आसपास की घास फूस और झाड़ियों को काट कर जला दें.
  • घर मे साफ साफाई रखे, खाने को खुला न रखें.
  • शरीर को साबुन से धोएं और मोटे कपड़े से रगड़कर साफ करें.
  • चूहों से दूरी बना कर रखें.

पन्ना। मध्यप्रदेश में अभी कोरोना का कहर थमा भी नहीं था कि एक और जानलेवा बीमारी ने दस्तक दी है. पन्ना जिले में स्क्रब टाइफस तेजी से फैल रहा है, जिससे दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि दो बच्चे इस बीमारी से ग्रासित है. जानलेवा बीमारी के फैलने से बीमारी के फैसले संक्रमण को देखते हुए भोपाल से स्टेट इंट्रोलॉजिस्ट टीम पन्ना पहुंची. जहां-जहां इस बीमारी के मरीज मिले है वहां-वहां जा कर चूहों को पकड़ कर उनके सैंपल लिए गए है. चूहों के सैंपल को जांच के लिए भोपाल भेजा गया है.

स्क्रब टाइफस

दो लोगों की स्क्रब टाइफस से हुई मौत

स्टेट इंट्रोलॉजिस्ट की टीम है जो ने लोगों के घरों से चूहों को पकड़ कर उनके सैंपल कलेक्ट किये जा रहे है. कोरोना के बाद अब स्क्रब टाइफस नामक बीमारी फैल रही है. पिछले 2 माह पहले अजयगढ़ में इस बीमारी के दो मरीज मिले थे. हालांकि अब यह दोनों मरीज स्वस्थ है. इस बीमारी को देखते हुए जिला चिकित्सा अधिकारियों डॉ एलके तिवारी ने रिपोर्ट भोपाल भेजी. जिसपर भोपाल से टीम जिला पहुंची.

इनसे फैलता है स्क्रब टाइफस

स्क्रब टाइफस जिला प्रभारी डॉक्टर गुंजन सिंह के अनुसार यह लगभग 200 साल पुरानी बीमारी है, जो चूहा, छछून्दर, गिलहरी और खरगोश से फैलती है. इस बीमारी के लक्षण में मरीज को तेज बुखार इसके अलावा सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस फूलना, खांसी आना और उल्टी होना हैं. कुछ मामलों में शरीर पर सूखे चकते भी हो सकते हैं. चिकित्सकों के अनुसार इससे बचने के लिए खेतों में काम करते समय हाथ-पैर को ढक कर रखना चाहिए, साफ सफाई का पालन करना चाहिए. वहीं सीएमएचओ का कहना है कि लोगों को इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए ताकि इस बीमारी से बचा जा सके.

क्या होता है स्क्रब टाइफस ?

स्क्रब टाइफस एक जीवाणुजनित संक्रमण है जो लोगों की मौत की वजह बनता है, जिसके लक्षण कुछ-कुछ चिकनगुनिया जैसे ही होते हैं. स्क्रब टाइफस पिस्सुओं के काटने से फैलता है. पिस्सू चूहे छछून्दर गिलहरी और खरगोश के शरीर पर चिपककर इंसानों के घरों में पहुंचते हैं. पिस्सुओं के इंसानों को काटते ही उसके लार में मौजूद जीवाणु रक्त में फैल जाता है. इसकी वजह से लीवर, दिमाग और फेफड़ों में कई तरह के संक्रमण होने लगते हैं.

स्क्रब टाइफस के लक्षण

स्क्रब टाइफस होने से मरीज को तेज बुखार आता है, जिसमें शरीर का तापमान 104 से 105 तक जा सकता है. तेज बुखार के साथ- साथ जोड़ों में दर्द, शरीर में ऐंठन और शरीर टूटना जैसे लक्षण पाए जाते हैं. इसके साथ ही संक्रमण बढ़ने पर बाजू और कूल्हों के नीचे गिल्टिंयां हो जाती हैं.

कैसे बचे स्क्रब टाइफस से ?

  • संक्रमित घुन और पिस्सुओं से बचाव के लिए शरीर पर लगाने वाली क्रीम रिपेलेन्ट का उपयोग करें.
  • खेत, जंगल, झाडिय़ों में जब भी जाएं पूरे कपड़े पहन कर जाएं. खुले स्थान पर घुन या पिस्सू न काट सकें, इसके लिए संबंधित क्रीम लगाएं.
  • प्रभावित क्षेत्रों में घास फूस और झाड़ियों पर बैठें या सोएं नहीं.
  • घर के आसपास की घास फूस और झाड़ियों को काट कर जला दें.
  • घर मे साफ साफाई रखे, खाने को खुला न रखें.
  • शरीर को साबुन से धोएं और मोटे कपड़े से रगड़कर साफ करें.
  • चूहों से दूरी बना कर रखें.
Last Updated : Nov 13, 2020, 7:06 AM IST
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