निवाड़ी। हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. ऐसी ही प्रतिभा की धनी हैं महिला थाना प्रभारी रजनी सिंह चौहान. उन्हें मिरर इमेज यानी उल्टा लिखने में महारत हासिल है. उल्टा लिखना भी एक कला है. जिसमें निवाड़ी महिला थाना प्रभारी रजनी सिंह चौहान की चर्चा अन्य विभागों में भी होती है. रजनी सिंह के सामने आप कुछ भी बोलेंगे तो वह मिरर इमेज में लिख देती हैं. हाल ही में उन्होंने राष्ट्रगान एवं हनुमान चालीसा भी मिरर इमेज में लिखी है.
अंग्रेजी भाषा भी उल्टी लिख लेती हैं : ऐसा नहीं है कि वह मिरर इमेज की लिखाई सिर्फ हिंदी में कर सकती हैं बल्कि अंग्रेजी भाषा में भी लिख लेती हैं. थाना प्रभारी रजनी सिंह चौहान ने बताया "मिरर इमेज भाषा उन्होंने किसी से सीखी नहीं है, बल्कि यह उनके लिए ये कुदरत की देन है. 12वीं के दौरान जब कक्षा में बैठी थी तब अचानक ही उनके मन में मिरर इमेज लिखने का ख्याल आया और उन्होंने लिखना शुरू किया. तब से आज तक मिरर इमेज में लिख रही हैं. कभी-कभी मैं अपने नोट्स से भी मिरर इमेज में लिखा करती थी."
स्कूली जीवन से लिखना शुरू किया : वह बताती हैं "जब मेरे दोस्त मुझसे मेरे नोट्स मांगते थे तो उन्हें मैं मना करती थी लेकिन एक बार जब मेरे एक दोस्त ने टीचर से कहकर नोट्स मांगे तो मैंने दे दिए लेकिन घर जाकर उसने जब कॉपी देखी तो दूसरे दिन वापस करते हुए बोली कि यह कौन सी भाषा लिखी है. मुझे हमेशा पारिवारिक सहयोग भी मिलता रहा. मैं भिंड जैसी जिले की रहने वाली हूं. जहां आमतौर पर बच्चियों को घर से ज्यादा नहीं निकलने दिया जाता है लेकिन मेरे परिवार ने हमेशा मेरा सहयोग किया है. इसी तरह जब परिवार को और अध्यापकों को मेरी मिरर इमेज में लिखने की खूबी का पता चला तो परिवार के सदस्यों सहित स्कूल के अध्यापकों ने भी मेरा प्रोत्साहन बढ़ाया."
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हनुमान चालीसा भी लिखी : रजनी सिंह का कहना "मेरे विभाग में पहली किसी को इस बारे में जानकारी नहीं थी. अभी कुछ दिनों पहले जब मैंने कुछ अपनी वीडियोज सोशल मीडिया पर डाले, तब विभाग के लोगों को मेरी मिरर इमेज भाषा में लिखने की खूबी का पता चला. अभी मैंने कुछ दिनों पहले मिरर इमेज भाषा में हनुमान चालीसा भी लिखा है. अब नौकरी को भी पूरा समय देना पड़ता है. इसलिए जब मैंने हनुमान चालीसा लिखा तो एक बार में न लिखकर, जब भी समय मिलता गया, मैंने उसको पूरा किया."