नीमच। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने तस्करी मामले में कुछ दिनों पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. साथ ही आरोपी से 2 क्विंटल की अफीम भी बरामद की थी. जिसे चित्तौड़गढ़़ जिले के सांवरियाजी राजकीय अस्पताल में कोरोना जांच के लिए ले जाया गया था. जहां से आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है. तस्कर धाकड़ लाभचंद नीमच जिले का निवासी है, जिसके चलते राजस्थान की चित्तौड़गढ़ पुलिस लगातार नीमच पुलिस के संपर्क में है.
31 मई की रात केन्द्रीय नारकोटिक्स विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बेगू क्षेत्र से बड़ी मात्रा में अफीम तस्करी कर ले जाई जा रही है. सूचना के बाद नारकोटिक्स विभाग चित्तौड़गढ़ ब्यूरो अधीक्षक एसके पाठक ने टीम का गठन किया और टीम ने बस्सी टोल नाके के समीप नाकेबंदी की. इसी दौरान बेगू की ओर आई एक कार को रोककर नारकोटिक्स टीम ने तलाशी ली. जिसमें तलाशी में कार से 206 किलो अफीम बरामद हुई. जो अलग-अलग थैलियों मे भरकर रखी थी.
वहीं कार में एक ही व्यक्ति बलवन्त नगर नीमच का निवासी लाभचन्द धाकड़ मौजूद था. पूछताछ में धाकड़ ने बताया कि वह यह गाड़ी किसी को सौंपने जा रहा था. अब लाभचंद धाकड़ कोरोना जांच के दौरान पुलिस के हाथों से फरार हो चुका है, जिसके चलते चित्तोड़गढ़ पुलिस को आशंका है कि तस्कर नीमच जिले में कहीं छूपा है.
पुलिस हिरासत से भागने से पहले धाकड़ ने बताया था कि इन दिनों अफीम का तोल हो चुका है. कई किसानों के पास अफीम बची है. किसानों से अफीम इक्कठी कर उसे ऊंचे दामों में तस्कर को बेच दिया जाता है. तस्कर इस खेप को आगे पहुंचता है और इस प्रकार अफीम की इंटरनेशनल कीमत लाखों-कारोड़ों में पहुंच जाती है.