नीमच। राज्य सरकार द्वारा बजट नहीं मिलने के कारण नगरों में हो रहे निर्माण कार्य पूरे होने के बाद भी नगर परिषद द्वारा ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया जा रहा है. इसके चलते ठेकेदार कर्ज में डूबने को मजबूर हो गए हैं. नीमच के एक ठेकेदार का समय पर भुगतान नहीं होने के कारण कर्ज से परेशान होकर उसने कलेक्टर की जनसुनवाई के दौरान अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया.
कलेक्ट्रेट में मचा हड़कंप : कलेक्टर की जनसुनवाई में फरियादी ने आत्मदाह करने की कोशिश की तो हड़कंप मच गया. फरियादी सुनील नीमच कलेक्टर मयंक अग्रवाल की जनसुनवाई में पहुंचा और अपनी पीड़ा बताई. फरियादी ठेकेदार सुनील का कहना है कि उसने जावद विधानसभा की तीन नगर परिषद डिकेन, रतनगढ़, सिंगोली पर शासकीय कामों के टेंडर लेकर निर्माण कार्य किया था, लेकिन पिछले 4 साल से करीब 50 लाख रुपए नगर परिषद से लेना बकाया है. इसके लिए वह नगर परिषद से लेकर कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहा है लेकिन आज तक निर्माण कार्यों का पैसा नहीं मिला.
जब घोड़ी पर बैठकर मंडप में पहुंची दुल्हन, दूल्हा ही नहीं हैरत में पड़ गए सभी बाराती
कर्ज लेकर कराया है निर्माण कार्य : पेमेंट न होने से परेशान ठेकेदार सुनील कलेक्टर कार्यालय पहुंचा और खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की नाकाम कोशिश की. इस दौरान यहां पर मौजूद पुलिसकर्मी और कलेक्टर के बाबू द्वारा फरियादी ठेकेदार को आत्मदाह करने से रोका गया, जिसके बाद अधिकारियों ने ठेकेदार की पूरी आपबीती सुनी और पैसा दिलवाने के लिए आश्वासन दिया. फरियादी ने बताया कि कर्ज लेकर उसने निर्माण कार्य करवाया है. (Public hearing in Neemuch Collectorate) (Contractor tried to set himself on fire)