नीमच। शुक्रवार देर रात पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नीमच जिले की जावद तसहील पहुंचे. यहां उन्होंने रात्रि विश्राम किया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार को 40 प्रतिशत कमीशन वाली कहा जाता है. मध्यप्रदेश में भी बीजेपी की सरकार में राजनीति, प्रशासन व सरकार का व्यवसायीकरण हुआ है.उन्होंने कहा कि मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा को पिता से मिली राजनीतिक विरासत का ख्याल रखना चाहिए. कांग्रस की प्राथमिकता किसान, मजदूर, गरीब तथा अनुसूचित जाति जनजाति का कल्याण करना है. उन्हें आगे बढ़ाना है. जबकि भाजपा की प्राथमिकता बड़े-बडे ठेकेदारों, व्यवसायियों व बड़े लोगों को आगे बढ़ाना है.
बडे़ 'खेल' करते हैं सीएम शिवराज : दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बड़े-बड़े खेल कर रहे हैं. व्यापमं भर्ती मे बिना इंटरव्यू के सीधे भर्तियां की जा रही है. ऐसे कलेक्टर-एसपी को जिले मे भेजा जाता है, जो उनको भी कुछ अंश दें. ये कैसे होता है, मुझे नहीं पता. उन्होंने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयानों पर पत्रकारों के सवाल पर कहा कि जिन लोगों ने संविधान की शपथ ली है और बड़े पदों पर बैठे हैं, ये सवाल उनसे पूछो. बाबा का ये बयान सही है क्या. यदि वो बोल दें कि हां ये सही है तो उनको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
Also Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
सभी की राय से तय होते हैं उम्मीदवार : दिग्विजय सिंह ने कहा कांग्रेस की सरकार गुटबाजी से नहीं गई, बल्कि रुपए के लालच में गई. राजा-महाराज बिक गए. किसान, गरीब व अनुसूचित जाति जनजाति के लोग नहीं बिके. वे आज भी कांग्रेस के साथ हैं. कांग्रेस प्रजातांत्रिक पार्टी है. इसमें सभी के राय मशविरे से निर्णय लिए जाते हैं. कांग्रेस में उम्मीदवार चुनने से पहले हर तरह की समीक्षा की जाती है. सबसे पहले निचले स्तर से प्रस्ताव मांगे जाते हैं. फिर प्रदेश स्तर पर चयन समिति बैठती है. फिर केंद्र स्तर पर चयन समिति नामों को देखती है. इसके बाद ही उम्मीदवार का चयन होता है.