नीमच। कोरोना संक्रमण के गांवों में दस्तक देने के बाद अब ग्रामीण इलाकों की हालत बिगड़ती जा रही है. ग्रामीणों के मुताबिक, नीमच जिला मुख्यालय से महज 14 किलोमीटर दूर बमोरी गांव में कोरोना संक्रमण से 1 हफ्ते के भीतर 9 लोगों की जान जा चुकी है. गांव के ज्यादातर घरों में लोग बिमार हैं. 400 लोगों की आबादी वाले इस गांव में कोरोना संक्रमण से हालात बिगड़ने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन अब तक गांव की सुध लेने नहीं पहुंचा है. लिहाजा गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग अपने-अपने घरों में लॉक हैं.
- नहीं बने अब तक आइसोलेशन सेंटर
कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने से जिले में अस्पतालों की कमी होने लगी है और ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं होने के कारण संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ गया है. अधिकांश गांवों में अभी तक आइसोलेशन सेंटर (isolation centre) नहीं बने हैं, न ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त संसाधन है, जिन डॉक्टरों की ड्यूटी पहले ग्रामीण इलाकों में थी वह भी अब वहां से चले गए हैं, लिहाजा लोगों को अब बिमार होने पर सीधे जिला अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है.
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- ग्रामीणों ने गांव में खुद ही लागाया लॉकडाउन
गांव में कोरोना संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ग्रामीणों ने गांव में खुद ही लॉकडाउन लगा दिया है. लगातार बीमार होने के चलते गांव में भय की स्थिति है. गांव में घर के बाहर भी कोई व्यक्ति आने को तैयार नहीं है. इसके साथ ही कई ग्रामीण जिला मुख्यालय में और जिले से बाहर अपना उपचार करवा रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक, गांव में हालत बिगड़े हुए हैं कोई भी घर से बाहर नहीं निकल रहा है. बमोरी गांव के अलावा पड़ोसी गांव बमोरा में भी लगभग यही हाल है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां कोरोना से 3 मौत हो चुकी है. बमोरा गांव में माइक के जरिए लोगों को घर में रहने की सलाह दी जा रही है. कोरोना की प्रति सावधानी बरतने की बात की जा रही है, ताकि एक गांव का संक्रमण दूसरे गांव में न फैल सके.