नरसिंहपुर। जिले में हुई अचानक बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली लेकिन अन्नदाता के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गई. मंगलवार को हुई झमाझम बारिश के कारण मूंग की फसल को भारी नुकसान हुआ है. मूंग की फसल अभी खेतों में लगी हुई है और कई जगहों पर कटाई के साथ गाहनी का काम भी चल रहा है. बारिश के कारण खेतों में मूंग की फसल की कटाई का काम रोकना पड़ा है. तो कई जगहों पर खेतों में रखी हुई फसल पूरी तरह गीली हो गई है.
किसानों को मूंग की गुणवत्ता की चिंता
किसानों के मुताबिक, धूप निकलने के बाद फसल को सुखाकर कटाई की जाएगी. लेकिन इससे फसल की गुणवत्ता कम हो सकती है. जिससे व्यापारी या सरकार भी फसल खरीदती है, तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि दाने की चमक चली जाएगी और उसमें निशान बन जाएंगे. इससे आर्थिक नुकसान भी होगा और फसल की लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा.
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फसल का आकलन कर तय होगा खरीदी रेट
कृषि विभाग के अधिकारी डीपी मेहरा ने बताया कि नरसिंहपुर जिले में लगभग 62 हजार हेक्टेयर में मूंग की फसल लगाई गई है. जिसमें गोटेगांव ब्लॉक में 14 हजार हेक्टेयर में मूंग की फसल लगाई गई है. मंगलवार को हुई तेज बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में मूंग की फसल को नुकसान हुआ है. जिसका आकलन किया जा रहा है. मूंग की फसल के रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं. अगर किसानों की फसल खराब हुई है और दाने में क्वालिटी घटी है, तो इस पर सरकार जो निर्णय करेगी. उस हिसाब से किसानों की फसल खरीदी जाएगी.