नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश सरकार भले ही शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत किसी से छिपी नहीं है. कहीं छात्रों को टीचर नहीं मिलते तो कहीं मध्याह्न भोजन नसीब नहीं होता. जिन स्कूलों में मिड डे मील मिल भी जाता है तो उसकी क्वालिटी काफी खराब होती है. ऐसा ही मामला तेंदूखेड़ा तहसील की वीकोर ग्राम पंचायत से सामने आया है. यहां के शासकीय माध्यमिक स्कूल में छात्रों को अच्छी क्वालिटी का मिड डे मील नहीं दिया जा रहा है.
यही वजह है कि छात्र मजबूरन स्कूल से घर खाना खाने जाते हैं. वीकोर के स्कूल में 196 छात्र पढ़ते हैं. जिसमें 60 से 65 बच्चे मध्याह्न भोजन स्कूल में करते हैं. बाकी अपने-अपने घर जाकर भोजन करते हैं. छात्रों का कहना है कि स्कूल में अच्छा खाना नहीं मिलता है.
आरोप है कि स्व सहायता समूह शासन की योजनाओं में पलीता लगाने का काम कर रहे हैं. इसी वजह से छात्रों को उस क्वालिटी का भोजन नहीं परोसा जा रहा है, जो योजना के मानकों के अनुसार दिया जाना चाहिए. मामला सामने आने के बाद तेंदूखेड़ा एसडीएम ने जांच का आश्वासन दिया है.