नरसिंहपुर। मानवाधिकार दिवस पर नरसिंहपुर में "बलात्कार का दोषी कौन-हमारी चुप्पी हमारा मौन" के नारों के साथ महिला संगठनों रेप मुक्त अभियान निकाला. जिसमें शहर की महिलाओं सहित स्कूल-कॉलेज की छात्राओं ने भी हिस्सा लिया. महिलाओं ने मार्च निकालते हुए बलात्कार की बढ़ती घटनाओं और लचीली कानून प्रक्रिया के खिलाफ आक्रोश जताते हुए न्याय प्रक्रिया में बदलाव लाने की मांग की.
निर्भया के दोषियों को अब तक फांसी न दिए जाने को लेकर बच्चियों ने कहा कि रेपिस्ट की उम्र नहीं, बल्कि उसकी सोच के आधार पर उसे तुरंत फांसी देनी चाहिए. वहीं हैदराबाद एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया देते कहा कि यदि कानून लचीला नहीं होता तो पुलिस को अपने हाथों में कानून लेने की जरूरत नहीं पड़ती.
वहीं छात्राओं ने अपर कलेक्टर को केंद्र सरकार के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि ऐसा कानून बनाए, जिसमें आरोप से सिद्ध होते ही दोषी को फांसी दी जाए. वहीं अपर कलेक्टर ने नारी शक्ति और बच्चियों की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि बच्चियों पर हम 100 तरह की पाबंदी लगाते हैं, लेकिन बच्चों को खुली छूट देते हैं जिससे वह गलत संगत में पड़ जाते हैं.