नरसिंहपुर। जिले में उड़ान कोचिंग सैकड़ों छात्र-छात्राओं का भविष्य सवार चुकी है. यहां पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नि:शुल्क रूप से कराई जाती है. यहां पर छात्र-छात्राओं को टिप्स एवं पढ़ाने के लिए संबंधित विभागों से अधिकारी एवं स्कूल कॉलेजों के प्रोफेसर एवं उच्च श्रेणी शिक्षक आते हैं, जो बच्चों के भविष्य को संवारने में और परीक्षा के समय कैसे तैयारी की जाए इसकी जानकारियां देते हैं.
छात्र-छात्राओं ने बताया कि, 'यहां पर आकर हमें मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है और यहां पर जो अध्यापन कार्य कराया जाता है उससे बेहतर शिक्षा मिल रही है'. मैथमेटिक के प्रोफेसर राहुल गिरधोनिया ने शिक्षकों और अभिभावकों से भी उन्होंने अपील की है कि, बच्चों पर ज्यादा प्रेशर ना डाले. बच्चों को एग्जाम का भय ना दिखाएं. उन्हें भय मुक्त रखें और अपने घर का और आसपास का वातावरण सामान्य बनाए रखें, जिससे बच्चों को एग्जाम देने में कठिनाई न हो.
विशेषज्ञ एवं फिजिक्स के प्रोफेसर सुबोध नेमा ने बताया कि, सबसे पहले बच्चों को यह ध्यान रखना चाहिए कि वो किसी भी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, तो एकदम स्वस्थ मानसिक स्थिति में के साथ तैयारी करें. सबसे पहले जिस भी एग्जाम में बैठने जा रहे हैं. उससे संबंधित सिलेबस देखें टॉपिक देखें और सिस्टमैटिक तरीके से तैयारी करें. विद्यार्थियों को एक्टिविटीज में भी शामिल होना चाहिए. एक पर्टिकुलर समय बनाकर टाइम टेबल सेट करके मेंटली फ्रेश होकर पढ़ाई करनी चाहिए.
छात्र-छात्राओं को परीक्षा के समय ज्यादा दिमाग पर प्रेशर नहीं लेना चाहिए. जैसी भी तैयारी है, जितनी भी तैयारी है उस पर विशेष फोकस करके और अपने ऊपर आत्मविश्वास बनाकर एग्जाम देना चाहिए. शिक्षकों और अभिभावकों को भी इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि, बच्चों पर परीक्षा का भय ना बैठ पाए और आसानी से बच्चे परीक्षा को निकाल सकें.