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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डाक्टरों की लापरवाही, मरीजों पर पड़ रही भारी - मरीजों पर पड़ रही भारी

शुक्रवार को गोटेगांव स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिए आए हुए मरीज डॉक्टर एवं नर्सों को ढूंढने के लिए यहां-वहां भटकते रहे. अस्पताल परिसर से ना तो नर्स और ना ही डॉक्टर मौजूद मिले, इसके साथ ही सही तरीके से इलाज ना मिलने से मरीज परेशान होते नजर आए.

Negligence of doctors posted in Community Health Center, heavy burden on patients being harassed
डाक्टरों की लापरवाही
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Published : Oct 9, 2020, 6:32 PM IST

नरसिंहपुर। गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपने अधिकारी-कर्मचारियों के काम के प्रति सुस्त रवैये के कारण हमेशा सुर्खियों में रहता है. अब इसके साथ-साथ रिफर सेंटर के नाम से मशहूर हो रहा है. वहीं स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर एवं नर्स की कार्यप्रणाली के कारण फिर एक बार सुर्खियों में आ गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को अस्पताल में इलाज कराने के लिए आए हुए मरीज डॉक्टर एवं नर्सों को ढूंढने के लिए यहां-वहां भटकते रहे. अस्पताल परिसर में स्टाफ का कोई भी नहीं मिला और समय पर इलाज ना मिलने से मरीज परेशान होते नजर आए.

भटकते रहे मरीज और डॉक्टर गायब

मरीजों ने बताया कि हम लोग इलाज के लिए अस्पताल परिसर में यहां-वहां भटकते रहे, लेकिन मैडम साहिबा अपने ड्यूटी के वक्त कहां बैठकर आराम करती रहीं किसी को नहीं पता. मरीजों की अत्याधिक संख्या होने पर कुछ मरीजों को नर्सों ने देखा. जब स्टाफ के लोगों से डॉक्टर के बारे में पूछा तो कहा गया कि अभी मैडम डिलीवरी रूम में हैं. हालात ये हैं कि अब मरीज मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने जा रहे हैं.

अस्पताल में डॉक्टर की कमी

शासन प्रशासन द्वारा कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर रहकर तत्काल मरीजों का इलाज करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. फिर भी स्वास्थ्य केंद्र में कुछ पदस्थ डॉक्टरों की मनमानी द्वारा शासन प्रशासन के आदेशों का खुलेआम मजाक उड़ाया जा रहा है. गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किसी भी वक्त डॉक्टरों के न मिलने से अब आस पास के लोग मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों की ओर जा रहे हैं.

डॉक्टर के पॉजिटिव निकलने पर हड़कंप

गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर के संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया है, जिसके बाद डॉक्टर को क्वॉरेंटाइन कर संपर्क में आए व्यक्तियों की जांच की जा रही है.

मामले में बीएमओ एनके महलवार का कहना एक डॉक्टर के पॉजिटिव निकलने के बाद अस्पताल परिसर में डॉक्टर एवं नर्स की कमी होने के कारण हमने स्टाफ बढ़ाने की मांग की है. वहीं करकबेल के डॉक्टर एसएस धुर्वे की ड्यूटी 3 दिन के लिए गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाई गई है, लेकिन वह भी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं.

नरसिंहपुर। गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपने अधिकारी-कर्मचारियों के काम के प्रति सुस्त रवैये के कारण हमेशा सुर्खियों में रहता है. अब इसके साथ-साथ रिफर सेंटर के नाम से मशहूर हो रहा है. वहीं स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर एवं नर्स की कार्यप्रणाली के कारण फिर एक बार सुर्खियों में आ गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को अस्पताल में इलाज कराने के लिए आए हुए मरीज डॉक्टर एवं नर्सों को ढूंढने के लिए यहां-वहां भटकते रहे. अस्पताल परिसर में स्टाफ का कोई भी नहीं मिला और समय पर इलाज ना मिलने से मरीज परेशान होते नजर आए.

भटकते रहे मरीज और डॉक्टर गायब

मरीजों ने बताया कि हम लोग इलाज के लिए अस्पताल परिसर में यहां-वहां भटकते रहे, लेकिन मैडम साहिबा अपने ड्यूटी के वक्त कहां बैठकर आराम करती रहीं किसी को नहीं पता. मरीजों की अत्याधिक संख्या होने पर कुछ मरीजों को नर्सों ने देखा. जब स्टाफ के लोगों से डॉक्टर के बारे में पूछा तो कहा गया कि अभी मैडम डिलीवरी रूम में हैं. हालात ये हैं कि अब मरीज मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने जा रहे हैं.

अस्पताल में डॉक्टर की कमी

शासन प्रशासन द्वारा कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर रहकर तत्काल मरीजों का इलाज करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. फिर भी स्वास्थ्य केंद्र में कुछ पदस्थ डॉक्टरों की मनमानी द्वारा शासन प्रशासन के आदेशों का खुलेआम मजाक उड़ाया जा रहा है. गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किसी भी वक्त डॉक्टरों के न मिलने से अब आस पास के लोग मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों की ओर जा रहे हैं.

डॉक्टर के पॉजिटिव निकलने पर हड़कंप

गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर के संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया है, जिसके बाद डॉक्टर को क्वॉरेंटाइन कर संपर्क में आए व्यक्तियों की जांच की जा रही है.

मामले में बीएमओ एनके महलवार का कहना एक डॉक्टर के पॉजिटिव निकलने के बाद अस्पताल परिसर में डॉक्टर एवं नर्स की कमी होने के कारण हमने स्टाफ बढ़ाने की मांग की है. वहीं करकबेल के डॉक्टर एसएस धुर्वे की ड्यूटी 3 दिन के लिए गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाई गई है, लेकिन वह भी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं.

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