नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव पशु पालन एवं नरसिंहपुर कोविड-19 प्रभारी जेएन कंसोटिया ने कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और रोकथाम को लेकर संबंधित अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में जेएन कंसोटिया ने जानकारी ली कि कोरोना संक्रमण की दर नगरीय क्षेत्रों में ज्यादा है या ग्रामीण क्षेत्रों में. कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रचार- प्रसार संबंधी कार्यों की भी जानकारी ली.
बैठक में कलेक्टर वेद प्रकाश द्वारा अवगत कराया गया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ रहे थे, उनमें प्रशासन द्वारा सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है. इसके अलावा वाहनों के माध्यम से लगातार अनाउंसमेंट भी करवाया जा रहा है. कलेक्टर ने बताया किकंटोनमेंट क्षेत्रों में लगातार सेनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है.
बैठक में कोविड-19 प्रभारी जेएन कंसोटिया ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनयू खान को निर्देश देते हुए कहा कि विगत वर्ष में जून, जुलाई और अगस्त माह में जिला चिकित्सालय में सामान्य मृत्यु की संख्या और इस वर्ष इन तीन माह जून, जुलाई, अगस्त में हुई मृत्यु की संख्या का आंकलन किया जाए.
जेएन कंसोटिया ने कहा कि लोगों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले आहार की जानकारी का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जाए और जिलावासी इसे अपने आहार में शामिल करें. स्वसहायता समूहों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाए कि कपड़े के मास्क का उपयोग ज्यादा से ज्यादा हो. कोविड केयर सेंटर में आने वाले मरीजों का बेहतर तरीके से ध्यान रखा जाए. कोविड-19 की गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाए. इसके अलावा मास्क नहीं लगाने वालों पर अर्थदंड की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की दर को कम करने के लिए मास्क के उपयोग एवं साबुन- पानी से बार- बार हाथ धोने को प्रचारित किया जाए. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी सार्वजनिक स्थलों में वॉशबेसिन के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर अनूठी पहल की जा सकती है. उन्होंने अधिकारियों को कंटोनमेंट एरिया में सख्ती रखने के निर्देश दिए हैं.