नरसिंहपुर। जिले में मलेरिया रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और मच्छरों द्वारा होने वाले रोगों की रोकथाम के उद्देश्य से एक जून को मलेरिया रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. मलेरिया रथ जिले के सभी विकासखंडों के प्रमुख हाट बाजारों और ग्रामों का भ्रमण करेगा. इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनयू खान, डॉ. विनय ठाकुर, सहायक मलेरिया अधिकारी डॉ. अशोक कोल, मलेरिया निरीक्षक रामनरेश दुबे और मलेरिया विभाग का अमला मौजूद रहा.
आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष जून को मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है. इस माह के दौरान मच्छरों की पैदावार रोकने और मलेरिया तथा अन्य वाहक जनित रोगों की रोकथाम के लिए आम जनता में जागरूकता बढ़ाई जाती है और विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
मलेरिया निरोधक माह के दौरान मलेरिया रथ जिले में एक से 13 जून तक सभी विकासखंडों के प्रमुख हाट बाजारों और गांवों में मलेरिया एवं अन्य मच्छर जनित रोगों के रोकथाम के बारे में लोगों को जानकारी देगा और इस बारे में जागरूकता बढ़ाई जाएगी.
इस संबंध में जनसामान्य को मच्छरों से होने वाली बीमारियों डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया के कारणों के बारे में जानकारी दी गई है. बताया गया कि छतों पर रखी पानी की टंकियों, बेकार पड़े टायरों में जमा पानी, कूलर में जमा पानी तथा किचन गार्डन, फब्बारों, गमलों, फूलदानों, टूटे बर्तनों, मटकों, कुल्हड़ों व बगैर ढके रखे बर्तनों में जमा पानी में मच्छर पैदा होते हैं. मच्छरों को पैदा होने से कैसे रोका जा सकता है, इस बारे में लोगों को समझाइश दी गई है कि पानी का जमाव न किया जाए, साफ- सफाई रखी जाए, घर के बर्तनों में भी 7 दिन से अधिक समय तक पानी जमा करके नहीं रखा जाए.