राजगढ़। जिले के नरसिंहगढ़ प्रशासन की अतिक्रमण विरोधी मुहिम के दौरान रविवार को शहर में जमकर हंगामा हुआ. जहां पुरानी नगरपालिका के पास फल विक्रेता के ठेले पर रखा सामान बिखेरे जाने के विरोध में अन्य फल और सब्जी विक्रेताओं ने एकत्रित होकर हंगामा शुरू कर दिया और साथ ही फल विक्रेताओं ने नपा और प्रशासन की मुहिम के विरोध में पूरे शहर में रैली निकालकर एसडीएम, तहसीलदार, नपाध्यक्ष और सीएमओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दरअसल, यह विवाद पुरानी नगरपालिका के पास एक फल ठेले को हटाने के दौरान हुआ. फल विक्रेताओं का आरोप था कि नपा दरोगा और कर्मचारियों ने जबरदस्ती करते हुए उनका सामान सड़क पर फेंक दिया.
वहीं नपा कर्मचारियों का कहना था कि सड़क पर खड़े हाथ ठेले को हटाते वक्त फल विक्रेता ने ही अपना ठेला उलट कर दिया था और हंगामे के दौरान नायब तहसीलदार विकास रघुवंशी, एसडीओपी नागेन्द्र सिंह बैस, थाना प्रभारी एचसी लाडिया ने काफी मशक्कत के बाद इस मामले को शांत कराया. इस पूरे मामले में पुलिस दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.
फल विक्रेताओं ने लगाया पक्षपात का आरोप
फल विक्रेताओं का कहना है कि पिछले आठ माह से प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं और आए दिन उनके तौल कांटों को जब्त कर लिया जाता है, जिसकी वजह से उनका धंधा प्रभावित हो रहा है. इन विक्रेताओ ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है, कि बाजार में दुकानो के सामने हुए अतिक्रमण को काफी समय पहले चिंहित किया जा चुका है लेकिन आज तक वहां का अतिक्रमण नहीं हटाया गया है.
समस्या का स्थाई हल नहीं
देखने में आया है कि आए दिन इस तरह बाजार से ठेलों को हटाते वक्त इसी तरह विवाद की स्थितियां निर्मित होती है. हाथ ठेलों को सड़कों पर लगे होने की वजह से इधर यातायात प्रभावित होता है, उधर एक ही स्थान पर सभी ठेलों को व्यवस्थित नहीं किए जाने से फल व्यापारियों का धंधा चौपट हो रहा है, इसलिए प्रशासन को समस्या का स्थाई समाधान निकालना चाहिए.