नरसिंहपुर। होशंगाबाद-नरसिंहपुर लोकसभा सीट पर मुख्य मुकाबला अब तक बीजेपी और कांग्रेस के बीच नजर आ रहा था, लेकिन बसपा द्वारा पूर्व डीजीपी एमपी चौधरी को चुनाव मैदान में उतारने से अब यहां की जंग त्रिकोणीय हो गई है.
दरसल होशंगाबाद-नरसिंहपुर संसदीय सीट में कुल मतदाता की संख्या 15 लाख 68 हजार 127 है. जिसमें से 16.65 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जाति के लोगों की है. 12.53 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है. जिस पर बहुजन समाज पार्टी की नजरें हैं. होशंगाबाद-नरसिंहपुर लोकसभा सीट पर मुख्य मुकाबला अब दिलचस्प हो चला है.
चुनाव नजदीक आते ही चुनावी समीकरण भी बदलने लगे हैं. इस सीट से बीजेपी से वर्तमान सांसद राव उदय प्रताप सिंह तीसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने यहां से युवा नेता शेलेंद्र दीवान को मैदान में उतारा है. इन दोनों प्रत्याशियों से इतर इस सीट से एक पूर्व IPS अधिकारी एमपी चौधरी भी चुनाव लड़ रहे हैं. बसपा से मैदान में उतरे प्रत्याशी दलित आदिवासी वोट बैंकों पर सेंधमारी करने उतरे हैं.
कोई मायावती, कोई राष्ट्रवाद तो कोई किसान के नाम पर मांग रहा वोट
बसपा प्रत्याशी एमपी चौधरी मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं. उनका कहना है कि वह अपने प्रशासनिक अनुभव का फायदा लेकर दलितों और शोषितों को मुख्यधारा में लेकर आएंगे. वहीं बीजेपी प्रत्याशी राव उदयप्रताप सिंह का कहना है कि देश में राष्ट्रवाद की लहर है. वह मोदीजी के काम पर जनता से वोट मांग रहे हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी दीवान शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि चुनाव में उनकी प्राथमिकता है कि वह किसानों और युवाओं के लिए काम करेंगे.