नरसिंहपुर। लॉकडाउन के 66वें दिन कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि आज जिले में कोरोना पॉजिटव मरीजों की संख्या आठ हो गई है, सभी बाहर से आये हुए हैं, जिनमें सात गुजरात से आये हैं और एक महाराष्ट्र से घर लौटा है. ग्राम बिलथारी-ईश्वरपुर-नादिया आदि गांवों में गुजरात से आने वाले व्यक्तियों की संख्या 40 के आसपास है. ये और इनके परिवार के सदस्य कोरोना संक्रमित हो सकते हैं, इसके अलावा बाहर से आये कई अन्य भी संक्रमित निकल सकते हैं. अत: संख्या बढ़ना स्वाभाविक है.
इसमें परिस्थिति के अलावा किसी का दोष नहीं है, चिंता इस बात की करने की है कि ये संक्रमण स्थानीय व्यक्तियों में न फैले, यदि कोरोना स्थानीय लोगों के बीच भी पैर पसारता है तो हमारी जागरूकता और अनुशासन पर बड़ा प्रश्न चिह्न लगेगा. इससे बचने के उपाय बहुत आसान हैं.
- बाहर से आये सभी लोग होम क्वारेंटाइन में रहें, किसी से संपर्क स्थापित न करें. पारिवारिक सदस्यों से भी नहीं.
- स्थानीय व्यक्ति बाहर से आने वाले व्यक्तियों से कदापि न मिलें. उनकी निगरानी करें और उन्हें उनके घरों तक सीमित रखें.
- अपरिहार्य स्थिति में ही घर से बाहर निकलें. अच्छी तरह से फेस मास्क लगाएं. हाथों को बार बार धोते रहें और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
कलेक्टर ने बताया कि नरसिंहपुर में बाहर से आने वाले व्यक्तियों के सहयोग से कोविड जैसी घातक बीमारी पर बड़ी आसानी से केवल घर में बैठकर काबू पाया जा सकता है, बिना ऑपरेशन, बिना गोली-दवाई, हॉस्पिटल-डॉक्टर के चक्कर लगाने के झंझट में पड़े बिना इससे निजात पाई जा सकती है. क्या इससे भी कोई आसान उपाय हो सकता है.
बाहर से आने वाले व्यक्ति घर पर ही रहें, खाएं पीयें सोएं और टीवी देखें. 20-25 दिन में आप अपने परिवार पड़ोस समाज को कोरोना संक्रमण से मुक्त रख सकते हैं. नहीं तो आपने तो मुसीबत में पड़ना ही है, अपने सगे-संबंधियों को भी परेशानी में डालना है.