ETV Bharat / state

लॉकडाउन में किए काम का नहीं मिला पैसा, मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहा मजदूर - Laborer did not get wages in Morena

मुरैना जिले में अंबाह के गुर्ज गांव में रहने वाले एक मजदूर को लॉकडाउन के दौरान काम करने पर उसका मजदूर भत्ता नहीं दिया गया, मजदूर ने इस बात की शिकायत पुलिस से लेकर अन्य जिला अधिकारियों से कर दी लेकिन अब तक उसकी कोई मदद नहीं की जा रही है.

Morena
Morena
author img

By

Published : Jun 10, 2020, 1:03 AM IST

मुरैना। लॉक डाउन के दौरान की गई मजदूरी का पैसा नहीं मिलने से परेशान एक मजदूर अपने परिवार के साथ थाने से लेकर जिले तक अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है. लेकिन कोई उसकी गुहार सुनने को तैयार नहीं है.

पीड़ित मजदूर

अंबाह थाना क्षेत्र के गुर्ज गांव रहने वाले आशाराम सखबार ने अपने ही गांव के विजेंद्र सिंह की जेसीबी मशीन पर काम किया था, लॉक डाउन के दौरान किये गए काम के लगभग 5 हजार रुपए से ज्यादा की राशि बकाया है, जिसका मशीन संचालक द्वारा अभी तक भुगतान नहीं किया गया है. मजदूर आशाराम ने जेसीबी मशीन मालिक विजेंद्र सखबार से अपनी मजदूरी मांगी तो उसने मजदूरी की बकाया राशि देने से साफ तौर पर इनकार कर दिया.

तब उसने परिवार के साथ गांव वालों से लेकर थाना पुलिस को भी आवेदन दिया, जब पुलिस से कोई मदद नहीं मिली तो अब जिले के अधिकारियों के परिवार सहित चक्कर काट रहा है, लेकिन कोई भी मजदूर की मदद करने का दिलासा नहीं दे रहा है. देखना होगा कि कब तक मजबूरी के हालातों में मजदूर की शिकायत अनसुनी कर दी जाती रहेगी और वो ऐसे ही अपने परिवारों के साथ दफ्तरों की ठोकर खाते हुए भटकता रहेगा.

मुरैना। लॉक डाउन के दौरान की गई मजदूरी का पैसा नहीं मिलने से परेशान एक मजदूर अपने परिवार के साथ थाने से लेकर जिले तक अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है. लेकिन कोई उसकी गुहार सुनने को तैयार नहीं है.

पीड़ित मजदूर

अंबाह थाना क्षेत्र के गुर्ज गांव रहने वाले आशाराम सखबार ने अपने ही गांव के विजेंद्र सिंह की जेसीबी मशीन पर काम किया था, लॉक डाउन के दौरान किये गए काम के लगभग 5 हजार रुपए से ज्यादा की राशि बकाया है, जिसका मशीन संचालक द्वारा अभी तक भुगतान नहीं किया गया है. मजदूर आशाराम ने जेसीबी मशीन मालिक विजेंद्र सखबार से अपनी मजदूरी मांगी तो उसने मजदूरी की बकाया राशि देने से साफ तौर पर इनकार कर दिया.

तब उसने परिवार के साथ गांव वालों से लेकर थाना पुलिस को भी आवेदन दिया, जब पुलिस से कोई मदद नहीं मिली तो अब जिले के अधिकारियों के परिवार सहित चक्कर काट रहा है, लेकिन कोई भी मजदूर की मदद करने का दिलासा नहीं दे रहा है. देखना होगा कि कब तक मजबूरी के हालातों में मजदूर की शिकायत अनसुनी कर दी जाती रहेगी और वो ऐसे ही अपने परिवारों के साथ दफ्तरों की ठोकर खाते हुए भटकता रहेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.