मुरैना। शासन द्वारा गरीब लोगों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किया जाता है. लेकिन अधिकारी एवं संचालकों की मिलीभगत से गरीब लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है.
जिले के ग्राम नवलपुरा के आदिवासी 4 माह से खाद्यान्न न मिलने से परेशान थे, जिसकी शिकायत लेकर दो दर्जन महिला और पुरुष सबलगढ़ कलेक्ट्रेट पहुंचे. शिकायत के बाद तहसीलदार सुब्रता त्रिपाठी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने शाम तक एसडीएम से मिलने के इंतजार में कार्यलाय में ही बैठे रहे.
एसडीएम के आते ही ग्रामिणों ने अपनी बातें रखी, लेकिन एसडीएम भी इस ओर से पलड़ा झाड़ते हुए नजर आए. प्रशासन को कंट्रोल संचालक के खिलाफ कार्रवाई न करते हुए ग्रामीणों को कहा गया कि जितना मिल रहा है उतना खाद्यान्न लेकर वो पूर्ति करे.
बिना किसी ठोस आश्वासन के आदिवासी निराश होकर अपने गांव लौट गए. इस मामले में नवलपुरा गांव के धर्मेंद्र आदिवासी का कहना है कि अक्टूबर माह से सोसाइटी के संचालक ने हम लोगों को आज तक खाद्यान्न नहीं दिया गया है.