मुरैना। जिले में आज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में जांच के बाद बच्चों को जिला चिकित्सालय या मेडिकल काॅलेज भेजा जाता है. एक निजी होटल में प्रशिक्षण बतौर पर जिले के प्रसव केन्द्रों से आए मेडिकल ऑफिसर ,स्टाफ नर्स और आरबीएस के लेबर रूम इनचार्ज को प्रशिक्षण दिया जाता है.
एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
एसएनसीयू प्रभारी डाॅ विकास शर्मा ने कहा कि हमारे देश में 17 लाख बच्चे जन्मजात विकृति के पैदा होते हैं .जिसमें 10 प्रतिशत नवजात शिशु की जन्मजात विकृति के कारण मौत भी हो जाती है. इस मकसद को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के अंतर्गत काॅन्फ्रेंसिंग न्यू बाॅर्न स्क्रीनिंग सिम्पोसियम का प्रशिक्षण रखा गया है.
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17 लाख बच्चे जन्मजात विकृति के होते हैं पैदा
हर डिलेवरी प्वाइंट पर हर नवजात की स्क्रीनिंग की जाए, तो समय पर उसे डिसचार्ज भी कर दिया जाता है. इसका लक्ष्य केवल बच्चों को जीवित ही नहीं रखना है. बल्कि स्वास्थ्य जीवन भी देना है.