विकास के लिए सड़कों का होना बेहद जरूरी है.. लेकिन मुरैना के कई गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. गांव में सड़कों का ना होना इसका सबसे बड़ा कारण है..जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर पर है खिडोरा गांव..गांव की मुख्य सड़क कीचड़ से भरी हुई है. आलम ये है कि इस गांव में कोई आना नहीं चाहता और सबसे हैरानी की बात ये है कि इस सड़क की वजह से, यहां के लड़के कुंवारे बैठे है. कोई भी बाप अपनी बेटी इस गांव में देना नहीं चाहता.
समस्या सिर्फ इतनी ही नहीं है. स्कूल जानेवाले बच्चे हर रोज परेशानियों का सामना करते हैं. किसी भी स्कूल की बस गांव की कीचड़ भरी सड़कों की वजह से आना नहीं चाहती. पैदल जानेवाले स्कूली छात्र आए दिन हादसे का शिकार होते हैं.
इस बारे में जब जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो उनके पास आश्वासन के सिवाय और कुछ नहीं.. जनपद सीईओ बस सरकार की योजनाओं का नाम गिनाकर पल्ला झाड़ लेते हैं.
डिजिटल इंडिया के जमाने में गांव की ये तस्वीर वाकई हैरान करती है. अब सवाल सिर्फ इतना ही है कि क्या इस गांव के लोग ऐसा ही नरकीय जीवन जीते रहेंगे.