मुरैना। खेरा मेवदा ग्राम पंचायत की महिला सरपंच सीमा माहौर और उनके दबंग परिजनों को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करना महंगा पड़ गया. खेरा मेवदा गांव में नल जल योजना स्वीकृत होने के बाद सर्वे नंबर 924 में पानी की टंकी बनाने के लिए पीएचई विभाग को जमीन आवंटित की गई थी. पानी की टंकी के लिए जो जमीन कलेक्टर ने पीएचई विभाग को आवंटित की थी, उस जमीन पर गांव के ही महिला सरपंच ने झोपड़ी और अन्य निर्माण कर लिया था. क्योंकि सीमा माहौर गांव की सरपंच थी और ग्राम पंचायत के अतिक्रमण हटाने का अधिकार पंचायत के सरपंच सचिव के पास ही रहता है इसलिए पीएचई विभाग पानी की टंकी का निर्माण नहीं कर पा रहा था.
कार्रवाई से नाराज होकर सरपंच अधिकारियों को धमकाने लगा
कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार शिरोमन सिंह पुलिस बल लेकर खेरा मेवदा गांव पहुंचे और जमीन को मुक्त कराया. कार्रवाई से नाराज होकर सरपंच अधिकारियों को धमकाने लगा. तहसीलदार ने दो जेसीबी मशीन की मदद से सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवा कर पानी की टंकी के लिए जमीन को समतल करवा दिया. अतिक्रमण हटाने के बाद तहसीलदार ने माता बसैया थाने में महिला सरपंच सीमा माहौर के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया.