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बंदूक के दम पर दबंगों की 'दबंगई', ठंड में जंगलों में रहने को मजबूर 100 से ज्यादा परिवार

मुरैना जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के नंदेपुरा गांव में दबंगों ने ग्रामीणों को बंदूक दिखाकर बेघर कर दिया है. जिससे परेशान करीब सौ परिवार जंगलों में रह रहे है. वहीं अब तक जिम्मेदारों ने कोई कार्रवाई नहीं की है.

The domineering made 100 families homeless
दबंगों ने किया 100 परिवारों को बेघर
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Published : Dec 25, 2019, 7:58 PM IST

मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के नंदेपुरा गांव में दबंगों की रंजिश से गांव के 100 से ज्यादा परिवार पिछले पांच महीनों से बेघर हैं. बंदूक के दम पर दबंगों ने ग्रामीणों को अपने ही घर से खदेड़ दिया है. जिसके बाद पीड़ित ग्रामीण जंगलों और रिश्तेदारों के यहां शरण लेकर रह रहे हैं. शीतलहर वाली सर्दी में 50 से अधिक महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ जंगलों में शरण लिए हुए है.

दबंगों ने किया 100 परिवारों को बेघर

बता दें गांव के सरपंच रामकिशोर उर्फ कल्लू का गांव के ही सुभाष सिकरवार, राजासिंह सिकरवार और आठ लोगों से चुनाव को लेकर रंजिश चल रही थी. गांव के निर्माण कार्यो में गड़बड़ी की शिकायत पर दोनों पक्षों में 8 अगस्त को फायरिंग भी हुई, इस दौरान एक पंचायत कर्मी की मृत्यु भी हो गई. इस रंजिश के बाद सरपंच फरार हो गया, जबकि 10 अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन दो दबंगों की रंजिश में गांव के 150 से अधिक महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों को गांव से खदेड़ दिया गया है. गांव से खदेड़े हुए सौ परिवारों की महिलाएं और बच्चे गांव से बाहर जंगलों में पांच महीने से शरण लिए हुए हैं.

वहीं पीड़ित महिलाओं का कहना है कि गांव के दबंग लोग गांव में रहने नहीं दे रहें है. उन्होंने कहा कि वे सभी पिछले पांच महीनों से बेघर हैं. वहीं अपनी शिकायतों को लेकर डीआईजी और एसपी से मिले थे. पूरा मामला पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में होने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले में सीएसपी का कहना है कि जौरा एसडीओपी से चर्चा की गई है कि उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि देवगढ़ थाना प्रभारी से चर्चा कर निर्देश दिए हैं कि पीड़ित लोगों को गांव में रहने दिया जाए.

मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के नंदेपुरा गांव में दबंगों की रंजिश से गांव के 100 से ज्यादा परिवार पिछले पांच महीनों से बेघर हैं. बंदूक के दम पर दबंगों ने ग्रामीणों को अपने ही घर से खदेड़ दिया है. जिसके बाद पीड़ित ग्रामीण जंगलों और रिश्तेदारों के यहां शरण लेकर रह रहे हैं. शीतलहर वाली सर्दी में 50 से अधिक महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ जंगलों में शरण लिए हुए है.

दबंगों ने किया 100 परिवारों को बेघर

बता दें गांव के सरपंच रामकिशोर उर्फ कल्लू का गांव के ही सुभाष सिकरवार, राजासिंह सिकरवार और आठ लोगों से चुनाव को लेकर रंजिश चल रही थी. गांव के निर्माण कार्यो में गड़बड़ी की शिकायत पर दोनों पक्षों में 8 अगस्त को फायरिंग भी हुई, इस दौरान एक पंचायत कर्मी की मृत्यु भी हो गई. इस रंजिश के बाद सरपंच फरार हो गया, जबकि 10 अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन दो दबंगों की रंजिश में गांव के 150 से अधिक महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों को गांव से खदेड़ दिया गया है. गांव से खदेड़े हुए सौ परिवारों की महिलाएं और बच्चे गांव से बाहर जंगलों में पांच महीने से शरण लिए हुए हैं.

वहीं पीड़ित महिलाओं का कहना है कि गांव के दबंग लोग गांव में रहने नहीं दे रहें है. उन्होंने कहा कि वे सभी पिछले पांच महीनों से बेघर हैं. वहीं अपनी शिकायतों को लेकर डीआईजी और एसपी से मिले थे. पूरा मामला पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में होने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले में सीएसपी का कहना है कि जौरा एसडीओपी से चर्चा की गई है कि उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि देवगढ़ थाना प्रभारी से चर्चा कर निर्देश दिए हैं कि पीड़ित लोगों को गांव में रहने दिया जाए.

Intro:एंकर - मुरैना जिले में दबंगों की रंजिश में नंदेपुरा गांव के 1 सैकड़ा से अधिक परिवार पिछले 5 महीनों से बेघर है। वे लोग जंगलों व नाते रिश्तेदारों के यहां शरण लेकर रह रहे हैं,शीतलहर वाली सर्दी में 50 से अधिक महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ जंगलों में आसरा लिए हुए हैं। जब भी ये पीड़ित ग्रामीण गांव की तरफ रुख करते हैं तो दबंग इन्हें बंदूकों की दम पर खदेड़ देते हैं। गंभीर बात ये है कि पूरा मामला पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद भी इन पीड़ित परिवारों को गांव में बसाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए।ऐसे में ये पीड़ित ग्रामीण, महिलाएं व बच्चे अपनी समस्या को लेकर डीआईजी व एसपी से मिले लेकिन हर बार की तरह इस बार भी पुलिस अधिकारियों की तरफ से आश्वासन ही मिला।





Body:वीओ1 - मुरैना जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के नंदेपुरा गांव के सरपंच रामकिशोर उर्फ कल्लू का गांव के ही सुभाष सिकरवार, राजासिंह सिकरवार व अन्य 8 लोगों से सरपंची चुनाव को लेकर रंजिश चल रही थी।गाँव के निर्माण कार्यो में गड़बड़ी की शिकायत पर दोनों पक्षों में 8 अगस्त को हुई फायरिंग के दौरान एक पंचायत कर्मी की मृत्यु हो गई। इस रंजिश के बाद सरपंच फरार हो गया जबकि 10 अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिए।लेकिन दो दबंगों की रंजिश में गाँव के 150 से अधिक महिलाएं बच्चे व बुजुर्गों को गाँव से खदेड़ दिया है।गाँव से खदेड़े हुए 100 परिवारों की महिलाएं व बच्चे गांव से बाहर जंगलों में 5 महीने से शरण लिए हुए हैं।पीड़ित महिलाओं का कहना है कि गाँव के दबंग लोग हमको गाँव मे नही रहने दे रहें है।जब भी गाँव रहने के लिए जाते है तो वे लोग बंदूकों की दम पर हमें गाँव से खदेड़ देते है।हमारे खेतों में खड़ी बाजरे की फसल को भी नही काट पाए है।हम पिछले 5 महीनों से बेघर है,पीड़ित महिलाएं व बच्चे अपनी समस्या को लेकर डीआईजी अशोक गोयल व एसपी डॉ.असित यादव से मिले। पीड़ितों का कहना है कि हमने कई बार पुलिस अधिकारियों से शिकायत की है उसके बावजूद भी पुलिस हमारी कोई सुनवाई नही कर रही है।

बाइट1 - सरिता - पीड़ित महिला।




Conclusion:वीओ2 - ग्रामीणों के बेघर वाले सवाल पर सीएसपी सुधीर सिंह कुशवाह का कहना है कि जौरा एसडीओपी से चर्चा की गई है कि उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाई की जाए।ऐसे किसी को हक़ नही है जो कोई किसी को गाँव में नही रहने दिया जाए।क्या परिस्थियां रही होंगी इस बात को लेकर देवगढ़ थाना प्रभारी से चर्चा कर निर्देश दिए है कि पीड़ित लोगों को गाँव मे रहने दिया जाए।

बाइट2 - सुधीर सिंह कुशवाह - सीएसपी मुरैना।
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