मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के नंदेपुरा गांव में दबंगों की रंजिश से गांव के 100 से ज्यादा परिवार पिछले पांच महीनों से बेघर हैं. बंदूक के दम पर दबंगों ने ग्रामीणों को अपने ही घर से खदेड़ दिया है. जिसके बाद पीड़ित ग्रामीण जंगलों और रिश्तेदारों के यहां शरण लेकर रह रहे हैं. शीतलहर वाली सर्दी में 50 से अधिक महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ जंगलों में शरण लिए हुए है.
बता दें गांव के सरपंच रामकिशोर उर्फ कल्लू का गांव के ही सुभाष सिकरवार, राजासिंह सिकरवार और आठ लोगों से चुनाव को लेकर रंजिश चल रही थी. गांव के निर्माण कार्यो में गड़बड़ी की शिकायत पर दोनों पक्षों में 8 अगस्त को फायरिंग भी हुई, इस दौरान एक पंचायत कर्मी की मृत्यु भी हो गई. इस रंजिश के बाद सरपंच फरार हो गया, जबकि 10 अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन दो दबंगों की रंजिश में गांव के 150 से अधिक महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों को गांव से खदेड़ दिया गया है. गांव से खदेड़े हुए सौ परिवारों की महिलाएं और बच्चे गांव से बाहर जंगलों में पांच महीने से शरण लिए हुए हैं.
वहीं पीड़ित महिलाओं का कहना है कि गांव के दबंग लोग गांव में रहने नहीं दे रहें है. उन्होंने कहा कि वे सभी पिछले पांच महीनों से बेघर हैं. वहीं अपनी शिकायतों को लेकर डीआईजी और एसपी से मिले थे. पूरा मामला पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में होने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले में सीएसपी का कहना है कि जौरा एसडीओपी से चर्चा की गई है कि उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि देवगढ़ थाना प्रभारी से चर्चा कर निर्देश दिए हैं कि पीड़ित लोगों को गांव में रहने दिया जाए.