मुरैना। जिले में रेत माफियाओं (sand mafia)के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आलम ये है कि अब खुलेआम पुलिस जवानों पर हमले हो रहे है. ताजा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है. जहां नेशनल हाईवे (National Highway) स्थित सेलटैक्स बैरियर के पास ड्यूटी जाते समय SAF के जवान को चंबल रेत से भरे टैक्टर ट्रॉली ने रोंग साइड पर आकर उसे कुचलने का प्रयास किया. टक्कर लगने के बाद SAF का जवान गंभीर घायल हो गया, वहीं रेत का टैक्टर वहां से फरार हो गया. घायल जवान को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जानकारी के अनुसार ये जवान पहले SDO श्रद्धा पांढरे के साथ रहकर रेत माफ़ियाओं के खिलाफ कार्रवाई करता था. पुलिस अधिकारियों के अनुसार रेत माफिया के टैक्टर और चालक को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा. रेत उत्खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ड्युटी पर जाते समय मारी टक्कर
पिछले दिनों वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढरे के तबादला हो गया था. इसके बाद से रेत माफिया के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई पूरी तरह से ढीली पड़ गई. यही बजह है कि एक बार फिर नेशनल हाईवे सहित शहर के बीचों बीच आपको रेत से भरे ट्रेक्टर दौड़ते नजर आ रहे है. गुरुवार को नेशनल हाईवे-3 पर एसएएफ के जवान विनोद सिंह गुर्जर को ड्यूटी जाते समय रेत से भरे ट्रेक्टर ने टक्कर मार दी.
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रेत माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में साथ देता था आरक्षक
दरअसल 5वीं बटालियन के पास वीआईपी रोड स्थित बने क्वार्टर से आरक्षक विनोद सिंह गुर्जर ड्यूटी पर जा रहा था. रेत के ट्रेक्टर चालक ने उलटी साइड पर आकर उसे टक्कर मार दी. जिससे आरक्षक गंभीर घायल हो गया. आरक्षक को राहगीरों ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया. रेत माफिया के खिलाफ एसडीओ श्रद्धा पांढरे द्वारा की जा रही कार्रवाई के दौरान आरक्षक विनोद साथ में रहा करता था.
एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने रेत माफियाओं के खिलाफ की थी कार्रवाई
दो माह पहले वन विभाग में एसडीओ के रूप में श्रद्धा पांढरे का मुरैना जिले में तबादला हुआ था. उन्होंने लगातार रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियान चलाए मुरैना राजघाट ही नहीं अम्बाह, पोरसा, जौरा, सबलगढ़ चिन्नौनी जैसे इलाकों में चम्बल नदी से रेत निकालकर बेचने वालों के खिलाफ एक मजबूत अभियान चलाया. जिसमें कई रेत माफियाओं के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किए गए. जिसके बाद रेत माफियाओं ने श्रद्धा पांढरे पर एक दर्जन से अधिक बार हमला भी किया था. इसके बाद राज्य सरकार ने महिला एसडीओ का तबादला कर दिया.