मुरैना। मुरैना जिला अस्पताल में एसडीएम आरएस बाकना ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने टीबी रोग विभाग की दवाइयों के स्टोर रूम का ताला खोलने लेकिन जिम्मेदार डाक्टर से लेकर सिविल सर्जन चाबी नहीं मिलने की बात करते रहे. करीब एक घंटे बाद एसडीएम ने स्टोर रूम का ताला तुड़वाया तो उसमेंएक्सपायरी डेट की मेडिसिन मिलीं. डॉट्स दवा स्टोर रूम में एक्सपायरी दवाइयों के मिलने से एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की. एक्सपायरी दवाई मिलने पर अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों में भी अफरातफरी मच गई. इस मामले में प्रभारी बीएल मोर्य से आला अधिकारियों ने नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है.
अब सवाल यह उठता है कि जिस तरह से सरकारी अस्पताल के स्टोर रूम से एक्सपायरी दवाएं बांटी जा रही है इसका जिम्मेदार कौन है. लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों पर अस्पताल प्रबंधन क्यों मौन रहा. क्या अस्पताल प्रबंधन की देखरेख में मौत की दवाई बांटी जा रही थी ?
जिला अस्पताल से पहले भी मिल चुकी हैं शिकायतें
बता दें कि जिला अस्पताल में आए दिन गड़बड़ियों की शिकायत मिलती रही हैं. जिसे लेकर कलेक्टर के आदेश पर एसडीएम आरएस बाकना कई बार अस्पताल में औचक निरीक्षण कर चुके हैं. आज जब वह निरीक्षण के लिए पहुंचे तो अस्पताल में कुछ जगहों पर हालातों में सुधरे नजर आए पर स्टोर में रखी हुई एक्सपायरी दवाइयों के मिलने से वह भी वह चकित रह गए.
क्या ऐसे लोगों के खिलाफ होगी कार्रवाई ?
सिविल सर्जन की मानें तो इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर ने भी प्रभारी डॉ बीमारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. इसे लेकर सीएमएचओ को कार्रवाई करनी चाहिए थी. पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई इसकी जानकारी सीएमएचओ ही दे सकते हैं. इस बात से साफ जाहिर है कि कहीं ना कहीं दूसरी डॉक्टर बीएल मोर्य को अधिकारियों के द्वारा बचाए जाने की कोशिश की जा रही है.