मुरैना। सौर मंडल के सबसे सुन्दर ग्रह शनि की धार्मिक तौर पर पहचान लोगों के बीच भले ही गर्म मिजाज की हो, बावजूद इसके इनके दर पर भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं. पितृ मोक्ष और शनिश्चरी अमावस्या एक साथ होने के चलते ऐसा ही नजारा जिले के ऐंती गांव के पास स्थित शनि पर्वत का है, जहां मंदिर में शनि देव की पूजा-अर्चना करने लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है.
कहा जा रहा है कि ऐसा दुर्लभ संयोग 20 साल बाद बना है. इससे पहले 1999 में दोनों अमावस्याएं एक साथ पड़ी थीं. इस मंदिर के बारे में एक लोक कथा प्रचलित है कि ये त्रेतायुग में बनाया गया था.
वहीं भक्तों की भीड़ को देखते हुए 28 सितंबर को लगने वाले मेले से पहले ही जिला प्रशासन ने कमर कस ली है और सुरक्षा के सभी इंतजाम कर लिए हैं. मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास ने बताया कि जिला प्रशासन को अंदाजा था कि दोनों अमावस्याएं साथ होने के चलते यहां पिछले सालों की अपेक्षा ज्यादा भीड़ होगी, इसलिए प्रशासन ने पहले से ही सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं.