मुरैना। जिले की जौरा नगर परिषद में तीन अक्टूबर को होने वाले विशेष सम्मलेन को लेकर घमासान मचा हुआ है. नगर पालिका में दो सीएमओ पदस्थ हैं. दोनों ही सीएमओ के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं. कलेक्टर प्रियंका दास के आदेश का भी इन सीएमओं पर फर्क नहीं पड़ रहा.
पूर्व सीएमओ रामप्रकाश जगनैरिया का स्थानांन्तरण किया गया था. जिसके बाद संतोष सिहारे ने दतिया से स्थानांन्तरण होकर जौरा में सीएमओ का पद संभाल लिया था. वहीं रामप्रकाश जगनैरिया कोर्ट से स्टे लेकर वापस आग गए. जिससे अब दोनों ही एक दूसरे को सीएमओ मानने से इंकार कर रहे हैं. सीएमओ की इस लड़ाई में नगर पालिका में सभी विकास के कार्य रूके पड़े हैं.
विशेष सम्मेलन को लेकर अध्यक्ष उपाध्यक्ष के बीच भी लड़ाई
पूर्व सीएमओ जगनेरिया का कहना है कि विशेष सम्मेलन आयोजित करने को लेकर अध्यक्ष को पत्र लिखे गए थे. लेकिन अध्यक्ष के विशेष सम्मेलन की तारीख नहीं देने पर नगर पालिका उपाध्यक्ष की सहमति ली गई. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष की तरफ से की गई किसी प्रकार की कार्रवाई के दस्तावेज नगर पालिका कार्यालय में मौजूद नहीं है. सीएमओ का कहना है कि विशेष सम्मेलन अपने निर्धारित समय और तारीख पर ही होगा.
नगर पालिका अध्यक्ष उषा सिंघल का आरोप है कि ये विशेष सम्मेलन गलत तरीके से बुलाया गया है. जिसकी उनके पास कोई सूचना नहीं है. अध्यक्ष का कहना कि विशेष सम्मेलन की जानकारी उन्हें एक अखबार से मिली. पार्षदों के बहुमत के बिना सम्मेलन नहीं हो सकता. दोनों ही सीएमओ के केस कोर्ट में चल रहे रहे हैं. कोर्ट का जो भी निर्णय होगा उसके आधार पर सीएमओ को पदस्थ कर लिया जाएगा.