मुरैना। फेमस किसान ब्रांड कंपनी का इस्तेमाल कर जिले से फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है, जहां किसान कंपनी का नाम इस्तेमाल कर नकली पाइप बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी. इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट से मिली परमिशन के बाद किसान इरिगेशन एण्ड इन्फ्रास्टक्चर लिमिटेड के कर्मचारियों ने इस नकली पाइप बनाने वाली फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की है, इस छापेमार कार्रवाई में टीम ने फैक्ट्री और 5 अलग-अलग दुकानों से करीब 5 करोड़ का माल जब्त किया है. यह कार्रवाई दिल्ली साकेत कोर्ट के द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर के नेतृत्व में की गई है, कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री में कर्मचारी काम करते हुए मिले थे. बता दें कि इन फैक्ट्रियों में किसान शब्द के आगे-पीछे कुछ शब्द और जोड़कर पाइप बनाए और बेचे जा रहे थे.
ब्रांडेड कंपनी के नाम पर फर्जीवाड़ा: किसान इरीगेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की लीगल एडवाइजर और नवकार एसोसिएट्स की अधिवक्ता नम्रता जैन ने बताया कि "पिछले कुछ महीनों से कंपनी की सेल बिलकुल डाउन हो गई थी. पड़ताल के दौरान पता चला कि चंबल के मुरैना और ग्वालियर में पहले की अपेक्षा माल बहुत कम जा रहा है, जबकि वहां पर किसान पाइप की डिमांड पहले की अपेक्षा काफी बढ़ गई है. इसके बाद मुरैना और ग्वालियर में कंपनी के कर्मचारियों ने आकर देखा तो यहां कुछ दुकानों पर किसान कंपनी के पाइप बड़ी संख्या में रखे हुए थे, उनकी बारीकी से पड़ताल की गई तो पता चला कि इन पाइपों पर किसान ऊर्जा, किसान सुप्रीम, किसान शक्ति और किसान के आगे-पीछे कुछ और शब्द जोड़कर पाइप बेचे जा रहे हैं, जो किसान पाइप की तरह ही दिखता है."
ये भी खबरें पढ़ें... |
नकली पाइप कंपनी के फैक्ट्री पर छापेमारी: किसान इरीगेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के रजिस्टर्ड व्यापर चिन्ह और रजिस्टर्ड कॉपीराइट स्टाइल का ये उल्लघन है, इस मामले की जानकारी मिलते ही दिल्ली वाणिज्यीक न्यायायलय में नवकार एसोसिएट्स के अधिवक्ता नम्रता जैन, विजय सोनी, निवेदिता दास द्वारा वाद दायर किया गया. सुनवाई करते हुए दिल्ली साकेत कोर्ट ने लोकल कमिश्नर को कार्रवाई का निर्देश दिया, दिल्ली कोर्ट के द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर मोहित मल्लिक के नेतृत्व में लोकल पुलिस के सहयोग से मुरैना और बानमोर में कार्रवाई की गई.
फैक्ट्री को किया गया सीज: कार्रवाई के दौरान टीम सबसे पहले मुरैना के लशकरी पुरा गांव स्थित मुकुंद इंडस्ट्रीज पर पहुंची, यहां फैक्ट्री का गेट अंदर से बंद था. काफी आवाज देने के बाद भी किसी ने गेट नहीं खोला तो अधिकारी दीवार फांदकर अंदर दाखिल हुए. फैक्ट्री के अंदर कर्मचारी काम कर रहे थे, टीम को देखते ही उनमें भगदड़ मच गई. कुल 3 जगह छापेमार कार्रवाई के दौरान करीब 3 करोड़ के नकली पाइप और मशीन आदि समान के साथ लगभग 5 करोड़ का सामान जब्त कर फैक्ट्री को सीज कर दिया गया है.