शहडोल (अखिलेश शुक्ला) : बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फेमस बाघ छोटा भीम का इन दिनों भोपाल में इलाज चल रहा है. करीब 1 महीना पहले वह घायल हो गया था. जब से छोटा भीम बांधवगढ़ से गया है तभी से उसकी टेरिटरी पर अपना साम्राज्य स्थापित करने के लिए बाघों में लड़ाई चल रही है. इन दिनों उसकी टेरिटरी में दो नए नर बाघों को देखा जा रहा है. टेरिटरी पर कब्जा जमाने के लिए बाघों में आपसी संघर्ष हो रहा है. जिसके चलते अभी तक दो शावकों की जान भी जा चुकी है.
टेरिटरी पर कब्जा जमाने के लिए बढ़ा मूवमेंट
जंगल के जानकार बताते हैं कि जब एक नर बाघ अपनी टेरिटरी बनाता है, तो उसमें दूसरे नर बाघ की एंट्री नहीं होती है. अगर किसी दूसरे बाघ ने दखल दे दिया, तो उनके बीच हमेशा आपसी संघर्ष होता रहता है. छोटा भीम की टेरिटरी से बांधवगढ़ के दो नर बाघों, पुजारी और डी-1 की टेरिटरी लगी हुई है. अब जब छोटा भीम बांधवगढ़ में नहीं है तो ये दोनों बाघ उसकी टेरिटरी पर कब्जा जमाने की कोशिश में हैं. जिस वजह से पूजारी और डी-1 में लगातार संघर्ष भी देखने को मिल रहा है. पहले भी ये दोनों छोटा भीम की टेरिटरी में घुसने की कोशिश करते रहते थे.
कौन हैं पुजारी और डी-1 बाघ, क्या है इनकी टेरिटरी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा बताते हैं कि "पुजारी नर बाघ की उम्र लगभग 5 से 6 साल है. वहीं, डी-1 नर बाघ की उम्र भी लगभग 5 साल है. डी-1 बाघ की टेरिटरी धमोखर, ताला और खेतौली तक फैली है. वहीं, पुजारी की टेरिटरी खेतौली और थोड़ी बहुत ताला तक में है. छोटा भीम की टेरिटरी पनपथा बफर और खतौली को मिलाकर है. अगर देखा जाए तो जो छोटा भीम की टेरिटरी है, वो पुजारी और डी-1 बाघ का जंक्शन हुआ करता था. जिस वजह से वे कभी-कभी इस क्षेत्र में घुस आया करते थे, लेकिन इन दोनों का मूवमेंट इन दिनों छोटा भीम की टेरिटरी में ज्यादा बढ़ गया है."
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तारा और उसके शावकों के लिए हो सकती है मुसीबत
पुजारी और डी-1 बाघ की दखल छोटा भीम की टेरीटरी में बढ़ जाने की वजह से अब छोटा भीम के परिवार पर संकट बढ़ गया है. छोटा भीम की टेरिटरी में रहने वाली फीमेल जिसका नाम तारा है और उसके बच्चों पर खतरा बढ़ गया है. अब सवाल यह खड़ा होता है कि अगर पुजारी और डी-1 दोनों में से कोई भी इस टेरिटरी में अपना साम्राज्य स्थापित करता है, तो फिर तारा और उसके शावकों का क्या होगा. बता दें कि छोटा भीम बांधवगढ़ सफारी करने आने वाले पर्यटकों को अक्सर नजर आ जाता था. इसके दीदार के लिए पर्यटक उसकी टेरिटरी में जरूर जाते थे. इसीलिए अब पर्यटकों को भी छोटा भीम के वापसी का इंतजार है.