बंद हो रही अडाणी से लेकर SEBI पर गंभीर आरोप लगाने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च, जानें वजह - WHY HINDENBURG SHUTTING DOWN
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अपने परिचालन को बंद करने की घोषणा की है. इसकी रिपोर्ट से अडाणी ग्रुप को काफी नुकसान हुआ था.
Published : Jan 16, 2025, 10:52 AM IST
नई दिल्ली: अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने गुरुवार को घोषणा की कि वह अपना परिचालन बंद कर देगा. इसके संस्थापक नेट एंडरसन ने घोषणा की कि उन्होंने इसे पूरी तरह से भंग करने का फैसला किया है. उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय अचानक ही नहीं लिया गया, बल्कि लंबे समय से इस पर विचार किया जा रहा था. हिंडनबर्ग ने जनवरी 2023 में अडाणी समूह पर अपनी रिपोर्ट से भारत में हलचल मचा दी थी, जिससे समूह के शेयरों में 150 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था.
हिंडनबर्ग रिसर्च क्यों बंद कर रहा है?
शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के संस्थापक ने घोषणा में स्पष्ट किया कि यह निर्णय किसी खतरे, स्वास्थ्य समस्या या किसी बड़े व्यक्तिगत मुद्दे के कारण नहीं लिया गया है. नेट एंडरसन ने बताया कि किसी ने एक बार मुझसे कहा था कि एक निश्चित बिंदु पर एक सफल करियर धीरे-धीरे कर सेल्फिश बन जाता है. शुरुआत में मुझे लगा कि खुद को कुछ चीजें साबित करने की जरूरत है, इसलिए मैंने ये काम किया, लेकिन अब मुझे इसकी जरूरत नहीं है और मैं शायद जीवन में पहली बार आराम कर सकूंगा. अगर मैं सबकुछ पहले की तरह होने देता तो शायद यह सब हमेशा के लिए कर सकता था, लेकिन इस पर ब्रेक लगाना जरूरी था. हिंडनबर्ग मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा रहेगा और इसे मैं अपने जीवन में एक चैप्टर मानता हूं. हालांकि, यह कोई सेंट्रल विषय नहीं है, जिसके आधार पर आप मुझे परिभाषित कर सकते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और नकारात्मकता अक्सर भारी लगती है. शुरुआत में न्याय की भावना आमतौर पर संभव नहीं लगती थी. लेकिन जब ऐसा हुआ तो यह बेहद संतोषजनक था. इसने हमें तब आगे बढ़ने में मदद की जब हमें इसकी आवश्यकता थी. और आखिरकार हमने प्रभाव डाला जितना मैंने शुरू में सोचा था, बल्कि उससे कहीं ज्यादा. हमारे काम के जरिए कम से कम आंशिक रूप से विनियामकों द्वारा लगभग 100 व्यक्तियों पर दीवानी या आपराधिक आरोप लगाए गए हैं, जिनमें अरबपति और कुलीन वर्ग शामिल हैं. हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया जिन्हें हमें हिलाने की जरूरत थी.
एंडरसन ने साझा किया कि अगले छह महीनों में वह अपने मॉडल और अपनी टीम की जांच प्रक्रियाओं के हर पहलू को खुले तौर पर साझा करने के लिए सामग्री और वीडियो की एक श्रृंखला बनाने और जारी करने का इरादा रखते हैं. फिलहाल एंडरसन ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि उनकी टीम के सभी लोग वहीं पहुंचें जहां वे आगे बढ़ना चाहते हैं.
एंडरसन ने कहा कि कुछ लोग अपनी खुद की शोध फर्म शुरू करने जा रहे हैं, जिसे मैं सार्वजनिक रूप से प्रोत्साहित करूंगा, भले ही मैं इसमें कोई व्यक्तिगत भागीदारी न करूं. हमारी टीम में ऐसे अन्य लोग भी हैं जो अब इंडिपेंडेंट एजेंट हैं. इसलिए अगर आपको किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो प्रतिभाशाली, केंद्रित और काम करने में आसान हो, जैसा कि वे सभी हैं, तो बेझिझक मुझसे संपर्क करें.
हिंडनबर्ग का अडाणी समूह पर हमला
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने गौतम अडानी की किस्मत को गहरा झटका दिया. सितंबर 2022 में अडाणी की कुल संपत्ति 150 बिलियन डॉलर थी. लेकिन जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों ने अडाणी समूह के शेयरों में भारी बिकवाली की, जिससे उनकी संपत्ति में से 100 बिलियन डॉलर से अधिक की हानि हुई. समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 24 जनवरी को 19.2 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 27 फरवरी तक 7 लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया. हालांकि बाद में अडाणी के शेयरों में सुधार हुआ.