मुरैना। स्टेशन रोड थाने की हद में आने वाले लालोर खुर्द गांव के लोगों ने दो दिन पहले पुलिस और जिला प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए गांव में बिक रही अवैध कच्ची शराब को बंद करवाने की मांग की थी. ग्रामीणों का कहना था कि, गांव का ही नरेंद्र पुत्र फूलसिंह जाटव शराब बेचने का अवैध धंधा करता है. शराब पीने की बजह से गांव में दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. उन्होंने गांव में पंचायत बैठाकर शराब माफिया से यह धंधा बंद करने के लिए कहा, लेकिन उसने साफ मना कर दिया है.
पुलिस के खिलाफ नाराजगी : ज्ञापन लेने के बाद पुलिस अधिकारियों ने शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय, उल्टा उन्हीं को शपथ दिला दी. पुलिस की इस कार्रवाई से नाखुश होकर ग्रामीण अपने घर तो चले गए, लेकिन उन्होंने माफिया को सबक सिखाने की ठान ली. शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने अवैध शराब बिक्री के विरोध में अम्बाह बायपास रोड पर चक्का जाम करने का प्रयास किया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध शराब की बिक्री रोकने हमने पुलिस से शिकायत की है. पुलिस आती है, देखती है और चली जाती है. हम थाने जाते हैं तो पुलिस कहती है कि अवैध शराब की बिक्री बंद हो जाएगी, लेकिन बंद नहीं होती है.
Morena Illegal Liqueur शराब माफिया की शिकायत करने गए थे थाने, प्रभारी ने ग्रामीणों को दिला थी शपथ
पुलिस ने तलाशी : जाम लगाने के प्रयास की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों के बताए गए स्थान पर छप्पर की तलाशी ली तो कम मात्रा में शराब मिली. वहीं पास में रखे ऑटो रिक्शा में लाल व सफेद देशी मदिरा के क्वाटर रखे पाए गए. पुलिस ने उनको जब्त कर गुमटी पर बैठे फूल सिंह जाटव को भी हिरासत में लिया है. रहवासी लीला बाई, सुरेश जाटव, राम बाई का कहना है कि उनके पति व परिजन मेहनत मजदूरी करके जो पैसा कमाते हैं, उसे शराब में ही खर्च कर देते हैं. घर आते हैं तो उनकी जेब खाली मिलती है.