मुरैना। जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र स्थित धनेला गांव में संचालित साक्षी फ़ूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री में टैंक साफ करने उतरे 5 मजदूरों की जहरीली गैस रिसाव होने से दम घुटने से मौत हो गई थी. पीएम करने के बाद डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की थी कि मजदूरों की मौत दम घुटने की वजह से ही हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि किसी जहरीली गैस की वजह से मजदूरों की मौत हुई, यह पूरी पीएम रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चलेगा. इस घटना के बाद पूर्व मंत्री एदल सिंह कंषाना ने फैक्ट्री के अवैध संचालन और उसमे भारी अनियमितताएं होने का आरोप लगाया था.
3 दिन में पेश करना है रिपोर्ट : अब कलेक्टर अंकित अस्थाना ने इन आरोपो की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. इस टीम में एसडीएम भूपेंद्र सिंह कुशवाह के अलावा श्रम विभाग और उद्योग विभाग के अधिकारी शामिल हैं. जांच टीम 3 दिन के भीतर पूरी रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर के समझ प्रस्तुत करेगी. जांच टीम को चार बिंदुओं पर पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं.
इन बिंदुओं को चेक करेगी टीम : फैक्टरी संचालन की वैधता को चेक किया जाएगा. फैक्टरी में सेवारत कर्मचारियों की सुरक्षा के इंतजामों को भी देखा जाएगा. श्रमिकों को टैंक में भेजने से पहले पूर्व आशंकित दुर्घटना के पूर्वानुमान को भी चेक किया जाएगा. इसके अलावा फैक्टरी प्रबंधन श्रम कानूनों का कितना पालन कर रहा था, इसे भी चेक किया जाएगा. जांच के दोषी पाए जाने पर फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है.
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ठेकेदार पर आरोप : बता दें कि ट्रैक्टर में सवार होकर कृषि का काम करने दिहाड़ी मजदूर जा रहे थे. ये मजदूर रास्ते मे ठेकेदार के कहने फैक्ट्री में काम करने उतर गए. स्थानीय लोगों के अनुसार मृतक मजदूर साक्षी फैक्ट्री में काम करने वाले स्थायी या अस्थाई कर्मचारी नहीं थे, बल्कि वे तो दिहाड़ी मजदूर थे. साक्षी फैक्ट्री के ठेकेदार ने टैंक की सफाई करने के लिए उनको उतार दिया. बताते हैं कि ठेकेदार ने दिहाड़ी मजदूरों से कहा कि आप पांचों लोग एक घंटे में टैंक की सफाई कर दोगे तो एक घंटे के काम के बदले आपको एक-एक हजार रुपये मिलेंगे.