मुरैना। चंबल नदी से रेत के अवैध खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग सक्रिय होकर संयुक्त कार्रवाई कर रहे हैं. इसके तहत अब राजघाट पर पुलिस के 100 जवान हमेशा मौजूद रहेंगे. इसके अलावा 30 जवान देवरी स्थित वन विभाग के नाके पर लगाए गए हैं, जो नेशनल हाइवे 44 पर रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को रोकेंगे. मुरैना पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने बताया कि चंबल किनारे राजघाट क्षेत्र में डंप की गई 22 हजार घन मीटर रेत नष्ट कराने की कार्रवाई भी की गई है. इस रेत की अनुमानित कीमत 1 करोड़ 20 लाख रुपए है.
24 घंटे पुलिस के 100 जवान रहेंगे मौजूदः रेत की तस्करी में लगे माफिया ने नदी किनारे जगह-जगह इसके ढेर लगा दिए थे. लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण एक भी हाइवा, जेसीबी या ट्रैक्टर-ट्रॉली राजघाट से इस रेत को उठाने नहीं पहुंचा. अब इस रेत को पुलिस ने नष्ट कर दिया है. ऐसी किसी भी हरकत पर लगाम लगाने के लिए अब नदी किनारे 24 घंटे 10 तंबूओं में पुलिस के 100 जवान मौजूद रहेंगे.
सिंध की रेत उपलब्ध कराई जाएगी: कमिश्नर दीपक सिंह ने कहा है कि अब मुरैना में सिंध की रेत उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए जो लोग लाइसेंस लेना चाहते हैं, वे आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्राइवेट निर्माण कार्यों में चंबल की रेत का उपयोग पाया गया तो संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी.