मुरैना। आचार्य प्रमोद कृष्णन के बयान पर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री संजय पाठक ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग राजनैतिक स्वार्थों में इतना डूब गए हैं कि वह मान सम्मान मर्यादा और संवैधानिक व्यवस्थाओं की सीमाओं को लांघ चुके हैं. वे लोगों को गुमराह करने में न केवल किसी राजनीतिक दल बल्कि देश के खिलाफ तक भी चले जाते हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णन के शब्दों पर संजय पाठक ने आपत्ति जताते हुए कहा की ये कांग्रेस के संस्कार हैं. एक संत इस तरह की बातें सोचता है वह धर्म और ज्ञान की बात कर ही नहीं सकता. सनातन धर्म से ऐसे व्यक्ति का कोई नाता नहीं. यह सिर्फ सत्ता के लालची लोग हैं. कांग्रेस के ऐसे ही एक और व्यक्ति फूल सिंह बरैया का नाम लेते हुए भी कहा कि समाज में विघटन करने के लिए लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं और कांग्रेस उस पर चुप्पी साधे हुए हैं.
क्या कहा था आचार्य प्रमोद कृष्णन ने
बता दें आचार्य प्रमोद कृष्णन ने शिवराज सिंह चौहान की तुलना त्रेता युग के मामा मारीच, द्वापर युग के मामा कंस और शकुनी से की थी. उन्होंने कहा था कि तीनों लोगों के गुण जिस व्यक्ति में हो वह व्यक्ति शिवराज सिंह है. कलयुग के मामा शिवराज सिंह चौहान इसी तरह छल और कपट के माध्यम से भावनात्मक रूप से लोगों को गुमराह कर सत्ता हथियाने में लगे हैं.