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जौरा के कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन, कैंसर से हुई मौत

मुरैना के जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का शनिवार सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे. भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांस ली.

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Published : Dec 21, 2019, 10:40 AM IST

Updated : Dec 21, 2019, 11:58 AM IST

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विधायक बनवारी लाल शर्मा

मुरैना। जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का आज कैंसर से निधन हो गया, जिसके बाद पार्टी में शोक का माहौल है. उन्होंने भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली.

बनवारी लाल शर्मा का राजनीतिक जीवन काफी लंबा रहा. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ग्राम पंचायत रिकी से की थी. विधायक बनवारी लाल शर्मा सबसे पहले ग्राम पंचायत जापथाप के सरपंच चुने गए. उसके बाद वह पहाड़गढ़ जनपद पंचायत के जनपद सदस्य निर्वाचित हुए और लंबे समय तक मार्केटिंग सोसायटी के डायरेक्टर के पद पर चुने जाते रहे हैं.

विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन

विधायक बनवारी लाल शर्मा 2014 में विधानसभा जौरा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और भाजपा प्रत्याशी सूबेदार सिंह सिकरवार से महज 17 मतों से पराजित हुए. कांग्रेस पार्टी ने बनवारी लाल शर्मा पर 2018 में फिर विश्वास जताया और जौरा विधानसभा से उन्हें कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया. इस दौरान उन्हें जीत हासिल हुई. विधायक बनवारी लाल शर्मा कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बहुत ही नजदीक रहे और इसका फायदा भी उन्हें मिलता रहा.

बताया जाता है कि वे बहुत ही सरल और शांत स्वभाव के राजनेता थे उनके अंदर राजनैतिक छल कपट जैसी कोई भावना नहीं थी. यही वजह है कि कभी विरोधी दलों के राजनेताओं ने भी व्यक्तिगत रूप से बनवारी लाल शर्मा की आलोचना नहीं की.

मुरैना। जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का आज कैंसर से निधन हो गया, जिसके बाद पार्टी में शोक का माहौल है. उन्होंने भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली.

बनवारी लाल शर्मा का राजनीतिक जीवन काफी लंबा रहा. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ग्राम पंचायत रिकी से की थी. विधायक बनवारी लाल शर्मा सबसे पहले ग्राम पंचायत जापथाप के सरपंच चुने गए. उसके बाद वह पहाड़गढ़ जनपद पंचायत के जनपद सदस्य निर्वाचित हुए और लंबे समय तक मार्केटिंग सोसायटी के डायरेक्टर के पद पर चुने जाते रहे हैं.

विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन

विधायक बनवारी लाल शर्मा 2014 में विधानसभा जौरा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और भाजपा प्रत्याशी सूबेदार सिंह सिकरवार से महज 17 मतों से पराजित हुए. कांग्रेस पार्टी ने बनवारी लाल शर्मा पर 2018 में फिर विश्वास जताया और जौरा विधानसभा से उन्हें कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया. इस दौरान उन्हें जीत हासिल हुई. विधायक बनवारी लाल शर्मा कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बहुत ही नजदीक रहे और इसका फायदा भी उन्हें मिलता रहा.

बताया जाता है कि वे बहुत ही सरल और शांत स्वभाव के राजनेता थे उनके अंदर राजनैतिक छल कपट जैसी कोई भावना नहीं थी. यही वजह है कि कभी विरोधी दलों के राजनेताओं ने भी व्यक्तिगत रूप से बनवारी लाल शर्मा की आलोचना नहीं की.

Intro:मुरैना जिले से कांग्रेस पार्टी के विधायक बनवारी लाल शर्मा जाट आपका आज कैंसर की लंबी बीमारी के बाद भोपाल के बंसल हॉस्पिटल में निधन हो गया उनके निधन से जौरा विधानसभा क्षेत्र ही नहीं पूरे जिले में और कांग्रेस पार्टी में शोक की लहर है ।

Body:बनवारी लाल शर्मा का राजनीतिक जीवन काफी लंबा रहा है उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ग्राम पंचायत रिकी । बनवारी लाल शर्मा सबसे पहले ग्राम पंचायत जापथाप के सरपंच चुने गए । उसके बाद वह पहाड़ गढ़ जनपद पंचायत के जनपद सदस्य निर्वाचित हुए । और लंबे समय तक मार्केटिंग सोसायटी के डायरेक्टर के पद पर चुने जाते रहे। 2014 में विधानसभा जोरा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और भाजपा प्रत्याशी सूबेदार सिंह सिकरवार से महज 17 मतों से पराजित हुए । कांग्रेस पार्टी ने बनवारी लाल शर्मा जावदा पर 2018 में फिर विश्वास जताया और जौरा विधानसभा से उन्हें कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाया । 2018 के विधानसभा चुनाव में बनवारी लाल शर्मा ने भाजपा सीट छीन कर कांग्रेश की झोली में डाली और विजय श्री का परचम लहराया । बनवारी लाल शर्मा कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके पिताजी पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बहुत ही नजदीक रहें और इसी का राजनीति में उन्हें फायदा मिलता रहा ।
बनवारी लाल शर्मा बहुत ही सरल और शांत स्वभाव के राजनेता थे उनके अंदर राजनैतिक छल कपट जैसी कोई चीज नहीं थी

Conclusion:यही कारण था कि वह छोटे से किसान परिवार के व्यक्ति ने राजनीति में एक मुकाम हासिल किया और हर गरीब गांव में उनके लिए लोगों के दिल में जगह थी इस बात को न केवल आम आदमी बल के विरोधी दलों के नेता भी उनकी सरल और शालीन स्वभाव के कायल थे यही कारण है कि कभी विरोधी दलों के राजनेताओं ने भी व्यक्तिगत रूप से बनवारी लाल शर्मा किसी ने आलोचना नहीं की ।
Last Updated : Dec 21, 2019, 11:58 AM IST
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