मुरैना। जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 15 से 20 लोग अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है. जहरीली शराब मामले में हुई मौतों के बाद आला अधिकारी नींद से जागे और वे अस्पताल में भर्ती लोगों से मिलने के लिए पहुंचे, जिसमें आईजी चंबल जोन मनोज कुमार शर्मा और प्रभारी आयुक्त चंबल संभाग आशीष सक्सेना ने पीड़ित लोगों से चर्चा की. इस दौरान दोनों ही वरिष्ट अधिकारियों ने एक बंद कमरे में जानकारी एकत्रित की आखिर घटनाक्रम के पीछे कौन लोग हैं और किस तरह इस कारोबार को अंजाम देते हैं हालांकि इस मामले में उन्होंने किसी को कोई जानकारी नहीं दी है.
ग्वालियर चंबल संभाग आशीष कुमार सक्सेना और आईजी चंबल जोन मनोज कुमार शर्मा जिला अस्पताल में जहरीली शराब पीने से बीमार हुए लोगों से चर्चा की. बातचीत में उन्होंने इस तथ्य को भी जानना चाहा कि आखिर यह जहरीली शराब कहां कहां बनती है और इसे किस क्षेत्र तक सप्लाई कर किस तरह की दुकानों से बेचा जाता है. आईजी ने इस दौरान मेडिकल वार्ड से मरीजों से बातकर घटना के पीछे के तथ्यों को जानने की कोशिश की.
स्पेशल वार्ड में भर्ती शराब कारोबारी से भी अधिकारियों ने की बात
आईजी चंबल जोन और कमिश्नर चंबल संभाग में अस्पताल के वार्ड में भर्ती शराब कारोबारी कल्ली पंडित से बात की थी क्योंकि कल्लू पंडित खुद भी जहरीली शराब पीने से बीमार हुआ था. हालांकि उसकी हालत स्थिर है ऐसी स्थिति में अधिकारियों ने उससे बात कर शराब कारोबारियों के नेटवर्क और अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री के संबंध में जानकारी जुटाई थी हालांकि इस दौरान दोनों अधिकारी स्पेशल वार्ड में अकेले ही रहे थे और बाहर आने के बाद उन्होंने किसी भी तथ्य को सामने रखने के बजाय सारी बातों को जांच कमेटी के जांच के बाद बताने की बात कहकर डाल दिया.