मुरैना। मुरैना को चंबल और बीहड़ों के अलावा अगर किसी चीज के लिए पहचाना जाता है, तो वो है यहां का स्वादिष्ट गजक. मुरैना के गजक का स्वाद पूरे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक पहचाना जाता है. सर्दियों के समय में बनने वाले गजक का करोड़ों रुपयों का व्यापार होता है. मुरैना से ही हर रोज हजारों क्विंटल गजक बाहर शहरों में पहुंचाया जाता है, फिर भी कई जगहों पर मुरैना के गजक के नाम से गजक बेचकर ग्राहकों को बेवकूफ भी बनाया जाता है. ऐसे में अब मुरैना प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है. यहां अब गजक की जीआई टैगिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जिस तरह प्रदेश में उद्योग को बढ़ावा दे रहे हैं, उसी क्रम में मुरैना में भी गजक उद्योग निर्मित करने के लिए जिला प्रशासन की एक अच्छी पहल है. इस पहल से गजक व्यापारियों में काफी खुशी है. इसके लिए दो दिवसीय गजक मेले का आयोजन कराया जा रहा है. जिसमें गजक की कई वरायटी लोगों को खाने के लिए मिलेंगी, साथ ही इसमें कवि सम्मेलन सहित अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
मीठोत्सव में क्या होगा ?
मुरैना में 6 और 7 दिसंबर को आयोजित होने वाले गजक मीठोत्सव मेले को लेकर गजक निर्माताओं में काफी उत्साह है. साथ ही जीआई टैगिंग को लेकर भी गजक व्यापारियों में काफी खुशी है. इसके होने से कहीं भी मुरैना के नाम से गजक नहीं बेची जा सकती, जिसका सीधा फायदा मुरैना के गजक निर्माताओं को मिलेगा. गजक ब्रांडिंग के लिए गजक मंडल का गठन भी किया जाएगा, जो गजक का प्रमोशन करेगा.
इस मेले के द्वारा देश और दुनिया में गजक की ब्रांडिंग कर उससे जुड़े व्यापारियों को लाभ पहुंचाया जाएगा. इस दो दिवसीय आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम, महिला कवि सम्मेलन सभी की थीम गजक ही रहेगी. इसमें जो पुरस्कार वितरण होंगे वह भी गजक की थीम पर ही होंगे.