मुरैना। पिछले एक हफ्ते से हो रही जोरदार बारिश से चंबल नदी उफान पर है. नदी के पास वाले इलाकों में पानी भर गया, जिससे बाढ़ के हालात बने हैं. ऐसे में किसानों के खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो गईं. अब फसलों के नुकसान का सर्वे कराने के एवज में पटवारी सरसेनी गांव के किसानों से पैसे मांग रहे हैं.
आरोप है कि बाढ़ पीड़ितों को न तो सरकारी मदद मिल रही और न दूसरी सुविधाएं. बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि उन्हें ना तो राशन मिल रहा है और ना ही बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे किया जा रहा है. इन समस्याओं से परेशान होकर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचे और मीडिया को अपनी समस्या बताई.
लोगों का कहना है कि चम्बल नदी में आई बाढ़ की वजह से फसले बर्बाद हो गई, मकान क्षतिग्रस्त हो गए, खाने-पीने से लेकर जरूरत का हर सामान नष्ट हो गया, लेकिन प्रशासन सारी व्यवस्थाएं पहुंचाने में नाकाम रहा है.
बीजेपी के पूर्व विधायक सूबेदार सिंह रजौधा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार का डंका बजता है. उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीणों को सरकार द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है.