मुरैना। राजघाट पुल पर पुलिस और रेत माफियाओं के बीच उस समय फायरिंग हो गई, जिस समय मध्य प्रदेश हाई कोर्ट चीफ जस्टिस का चंबल सेंचुरी को घूमने का कार्यक्रम निर्धारित था. हालांकि पुलिस अधिकारी इस बात को नकार रहे हैं.
चीफ जस्टिस के आने का था कार्यक्रम
चीफ जस्टिस अमित कुमार मित्तल का देवरी घड़ियाल सेंचुरी और चंबल अभ्यारण में मोटर बोर्ड से जलीय जीवों के भ्रमण पर निकले थे. जिसकी सूचना पर पहले ही पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात हो गई थी.
हो रहा था रेत का अवैध खनन
जानकारी के मुताबिक सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस बल ने राजघाट में देखा कि ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन से रेत का अवैध खनन किया जा रहा है. जिन्हें भगाने के लिए पुलिस ने कोशिश की, जिसके बाद नौबत फायरिंग तक आ गई. वहीं पुलिस अधिकारी अब भी इस बात को नकार रहें हैं. उनका कहना है कि फायरिंग नहीं हुई थी.
पुलिस की कार्रवाई सिर्फ आकड़ों पर
किसी तरह रेत माफियाओं को भगाकर उस जगह को चीफ जस्टिस के घूमने लायक तो बना दी गई. लेकिन इस घटना से ये साफ जाहिर होता है कि चंबल नदी में अब भी अवैध उत्खनन दिन रात किया जा रहा है. और पुलिस की कार्रवाई सिर्फ आकड़ो में ही चल रही है.