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CMO पद की खींचतान जारी, लटक सकता है कर्मचारियों का वेतन

जौरा नगर परिषद में सीएमओ के पद के लिए खींचतान जारी है. जिसके चलते आगामी दिनों में रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर कर्मचारियों को वेतन के भी लाले पड़ने की संभावना बन गई हैं.

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Published : Aug 4, 2019, 12:30 PM IST

नगरपालिका जोरा

मुरैना। नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद को लेकर खींचतान जारी है. नगर पालिका अधिकारी रामप्रकाश जगनेरिया को निकाय अध्यक्ष, सीएमओ मानने के लिए तैयार नहीं है. उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार उन्होंने संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नियुक्त किया है. पद को लेकर चल रही खींचतान के चलते नगर परिषद के कई काम अटके हुए हैं.

जौरा नगर परिषद में सीएमओ के पद के लिए खींचतान जारी

निकाय के बैंक खातों पर होल्ड लगवा दिया गया है. इस कारण आगामी दिनों में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाने की भी आशंका तेज हो गई है. इसके चलते निकाय में चल रहे करोड़ों के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा कुछ दिन पहले दतिया नगर पालिका के आरएसआई संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नियुक्त किया था. जिसके आधार पर सिहारे को जौरा अध्यक्ष ने जॉइन भी कर लिया था. आदेश के आधार पर सिहारे को नगर पालिका दतिया से भारमुक्त कर दिया गया था. जिसके बाद पूर्व से पदस्थ प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी जगनेरिया ने इस आदेश को निरस्त करवाकर अपनी पदस्थापना जौरा नगर पालिका में कराई इस कारण सहारे का स्थानांतरण आदेश निरस्त हो गया था. इसके बावजूद संतोष सिहारे ने इस पद पर काबिज होने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की. याचिका की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने सिहारे को अपनी पदस्थापना के संबंध में राज्य शासन को निर्णय करने के निर्देश दिए हैं.
जानकारों की मानें तो राज्य शासन द्वारा स्थानांतरण आदेश निरस्त किए जाने की बात का उल्लेख उन्होंने हाईकोर्ट में नहीं किया है और न ही हाईकोर्ट द्वारा राज्य शासन के इस आदेश के विरुद्ध कोई निर्देश दिए गये हैं. ऐसी स्थिति में वैधानिक रूप से सिहारे को निकाय अध्यक्ष द्वारा प्रभार सौंपा जाना उनके बीच मिलीभगत की ओर इशारा करती है.

मुरैना। नगर परिषद में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद को लेकर खींचतान जारी है. नगर पालिका अधिकारी रामप्रकाश जगनेरिया को निकाय अध्यक्ष, सीएमओ मानने के लिए तैयार नहीं है. उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार उन्होंने संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नियुक्त किया है. पद को लेकर चल रही खींचतान के चलते नगर परिषद के कई काम अटके हुए हैं.

जौरा नगर परिषद में सीएमओ के पद के लिए खींचतान जारी

निकाय के बैंक खातों पर होल्ड लगवा दिया गया है. इस कारण आगामी दिनों में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाने की भी आशंका तेज हो गई है. इसके चलते निकाय में चल रहे करोड़ों के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा कुछ दिन पहले दतिया नगर पालिका के आरएसआई संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नियुक्त किया था. जिसके आधार पर सिहारे को जौरा अध्यक्ष ने जॉइन भी कर लिया था. आदेश के आधार पर सिहारे को नगर पालिका दतिया से भारमुक्त कर दिया गया था. जिसके बाद पूर्व से पदस्थ प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी जगनेरिया ने इस आदेश को निरस्त करवाकर अपनी पदस्थापना जौरा नगर पालिका में कराई इस कारण सहारे का स्थानांतरण आदेश निरस्त हो गया था. इसके बावजूद संतोष सिहारे ने इस पद पर काबिज होने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की. याचिका की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने सिहारे को अपनी पदस्थापना के संबंध में राज्य शासन को निर्णय करने के निर्देश दिए हैं.
जानकारों की मानें तो राज्य शासन द्वारा स्थानांतरण आदेश निरस्त किए जाने की बात का उल्लेख उन्होंने हाईकोर्ट में नहीं किया है और न ही हाईकोर्ट द्वारा राज्य शासन के इस आदेश के विरुद्ध कोई निर्देश दिए गये हैं. ऐसी स्थिति में वैधानिक रूप से सिहारे को निकाय अध्यक्ष द्वारा प्रभार सौंपा जाना उनके बीच मिलीभगत की ओर इशारा करती है.

Intro:जौरा-नगर परिषद में मुख्य नगरपालिका अधिकारी के पद को लेकर विगत सप्ताह भर से खींचतान जारी है। नगरीय निकाय में प्रदेश सरकार द्वारा पदस्थ मुख्य नगरपालिका अधिकारी रामप्रकाश जगनेरिया को निकाय अध्यक्ष सीएमओ मानने को तैयार नहीं है। निकाय में कार्यरत मुख्य पालिका अधिकारी जगनेरिया अध्यक्ष पर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की गलत व्याख्या करने का आरोप लगा रहे हैं। मुख्य नगरपालिका अधिकारी की कुर्सी के लिए दो-दो दावेदार होने के कारण जहां निकाय के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं वहीं आगामी दिनों में रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर कर्मचारियों को वेतन के भी लाले पड़ने की संभावना बन गई हैं। निकाय में मुख्य नगरपालिका अधिकारी के पद को लेकर चल रही खींचतान के पीछे कार्य सीएमओ जगनैरिया द्वारा निकाय अध्यक्ष की मनमानी एवं भ्रष्टाचार पर रोक लगाना बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि निकाय के कामकाज में अध्यक्ष मनमानी पूर्वक काम कर सके इसीलिए वे यहां से राज्य शासन के आदेश से पदस्थ मुख्य नगरपालिका अधिकारी राम प्रकाश जगनेरिया को यहां से हटाना चाहते हैं। Body:बताया जाता है कि प्रदेश सरकार द्वारा कुछ दिन पूर्व छत दतिया नगर पालिका के आरएसआई संतोष सिहारे को नगर परिषद जौरा का प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी नियुक्त किया था। इस आदेश के आधार पर सिहारे को जौरा अध्यक्ष ने जॉइन भी कर लिया था। बताया जाता है कि निकाय में पूर्व से पदस्थ प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी जगनेरिया ने इस आदेश को निरस्त करा कर अपनी पदस्थापना पूर्ववत जौरा नगर पालिका में कराई। जगनेरिया द्वारा अपनी पदस्थापना के बाद संचालनालय के आदेश के आधार पर सिहारे को नगर पालिका दतिया के लिए भार मुक्त भी कर दिया। बताया जाता है कि स्थानांतरण का मूल आदेश निरस्त होने के बावजूद संतोष सिहारे ने इस पद पर काबिज होने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। याचिका की सुनवाई करते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने सिहारे को अपनी पदस्थापना के संबंध में राज्य शासन को निर्णय करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन सिहारे द्वारा ऐसा नहीं किया जाकर अध्यक्ष से साजिश कर निकाय का कार्यभार लेने के प्रयास किए जा रहे हैं। कानूनी जानकारों के अनुसार राज्य शासन द्वारा जब सिहारे का स्थानांतरण आदेश निरस्त किया जा चुका है। उसका उन्होंने ना तो माननीय न्यायालय में कोई उल्लेख किया है, और ना ही माननीय उच्च न्यायालय द्वारा राज्य शासन के इस आदेश के विरुद्ध कोई निर्देश दिए गये हैं। ऐसी स्थिति में वैधानिक रूप से सिहारे को निकाय अध्यक्ष द्वारा प्रभार सौंपा जाना गलत है। सिहारे ने उल्टे न्यायालय से अपना स्थानांतरण निरस्त किए जाने की जानकारी छिपा कर न्यायालय को गुमराह करने का प्रयास किया है।

मोटे कमीशन पर है नजर...
नगरीय निकाय में मुख्य नगरपालिका अधिकारी के पद को लेकर चल रही खींचतान के पीछे मुख्य बजह निकाय अध्यक्ष की मनमानी पर कार्यरत सीएमओ द्वारा लगाम लगाया जाना बताया जा रहा है। अपने कार्यकाल के आखिरी दौर में अध्यक्ष निकाय में चल रहे लाखों रुपए के निर्माण कार्यों में मोटी कमाई करना चाहते हैं लेकिन जगनेरिया के सीएमओ रहते उनके मंसूबे पूरे नहीं हो पा रहे हैं। शायद इसीलिए उन्होंने अपने राजनीतिक रसूख का उपयोग कर दतिया से अपने चहेते कर्मचारी को नगरपालिका जौरा का प्रभार दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। नवागत सीएमओ सिहारे भी मोटी कमाई के लालच में निकाय का प्रभार पाने का प्रयास कर रहे हैं।

कर्मचारियों को त्योहार पर पड़ सकते हैं वेतन के लाले.....
निकाय में सीएमओ के पद को लेकर चल रही खींचतान के चलते अध्यक्ष निकाय के बैंक खातों पर होल्ड लगवा दिया है। इस कारण आगामी दिनों में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाने की आशंकाएं तेज हो गई हैं। द्वंद के चलते निकाय में चल रहे करोड़ों के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।Conclusion:बाइट-1- रामप्रकाश जगनेरिया कार्यरत मुख्य नगरपालिका अधिकारी
बाइट-2- श्रीमती उषा सिंगल अध्यक्ष नगर परिषद जौरा
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