मुरैना। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ते देख जिला प्रशासन ने शुक्रवर की शाम 6 बजे से गुरुवार की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया था. गुरुवार को दिए गए आदेश के बाद शुक्रवार को बाजारों में अच्छी खासी भीड़ देखी गई. बाजार की हर गलियों में अफरा तफरी का माहौल था. कोरोना कर्फ्यू की घोषणा के बाद किराना थोक दुकानदारों ने सामान का स्टॉक करना शुरू कर दिया और वहीं दूसरी तरफ माल के रेट भी बढ़ा दिए. शुक्रवार को बाजारों के नजारा देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाजार में बंद के डर के आगे कोरोना का डर फीका दिखाई दे रहा था. शाम 6 बजे कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद कुछ ही देर में बाजार पूरा सुना हो गया. वहीं देर शाम को कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन और एसपी सुनील कुमार पांडे अपने दल बल के साथ बाजार में कोरोना कर्फ्यू का जायजा लिया.
- कोरोना कर्फ्यू से बाजारों में उमड़ी भीड़
गौरतलब है कि प्रदेश के साथ साथ मुरैना में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिला क्रायसिस मैनजमेंट की बैठक में 5 दिन के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया था. इसी क्रम में मुरैना में शुक्रवार की शाम 6 बजे से 22 अप्रैल गुरुवार की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया. कोरोना कर्फ्यू से पहले बाजारों में काफी भीड़ देखने को मिली. वहीं इस वर्ष विवाह मुहूर्त पूरे वर्ष में 23 अप्रैल के बाद ही शुरू होने जा रहे हैं. जिसके चलते बाजार में खरीददारी के लिए ग्रामीण इलाकों से आये लोगों की सबसे ज्यादा भीड़ दिखाई दी. बाजार में मास्क पहनने का न तो पालन हो रहा है और न सोशल डिस्टेंसिंग का. इसके साथ ही लॉकडाउन की खबर के साथ बाजारों में उमड़ी भीड़ के सामान की कीमतों को भी बढ़ा दिया है. इतना ही कोरोना के लिए प्रशासन के प्रयास पूरी तरह से विफल नजर आ रहे हैं.
कोरोना कर्फ्यू में लगाई थी मास्क की दूकान, तो पुलिस ने काटा चालान
- कलेक्टर एसपी ने कोरोना कर्फ्यू का जायजा लिया
शुक्रवार की शाम 6 बजे कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद वैसे ही लोग अपने अपने कारोबार बंद कर घर को जाने लगे. एक साथ वाहनों की भीड़ की वजह से शहर के ओवरब्रिज चौराहे पर जाम लग गया. लेकिन वहां उपस्थित पुलिस जवानों ने कुछ ही देर में जाम खुलवा दिया. कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसपी, एएसपी, सीएसपी, एसडीएम, तहसीलदार समेत दूसरे अधिकारी बाजार का जायजा लेने निकले. सबसे पहले एमएस रोड, सदर बाजार, हनुमान चौराहा, लोहिया बाजार, रुई की मंडी, झण्डा चौक बाजार, स्टेशन रोड समेत शहर के प्रमुख बाजारों में घूमकर कोरोना कर्फ्यू का जायजा लिया.
- कोरोना कर्फ्यू के बाद जो दिखा, उसे पुलिस ने भेजा खुली जेल
जैसे ही 6 बजे पर बजे तो बाजार में दुकानों के शटर गिरने की आवाज हर किसी को सुनाई देने लगी. जैसे ही कोरोना कर्फ्यू शुरू हुआ, तो कलेक्टर एसपी सहित पूरा प्रशासन सड़कों पर उतर आया. 6 बजे के बाद जो भी सड़कों पर मिला, उसे पकड़कर खुली जेल में भेजा गया. हालत यह हो गई कि थानों के परिसर से लेकर उत्कृष्ट स्कूल क्रमांक 1 जहां ओपन जेल बनाई गई. वहां 130 से ज्यादा लोग भेजे गए. मेन बाजार और स्टेशन रोड क्षेत्र में पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग भी लोगों को खदेड़ने के लिए किया. निरीक्षण को निकले कलेक्टर एसपी ने एसडीएम और सीएसपी को आदेश दिए हैं कि कुरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करते जो भी मिले उस पर एफआईआर दर्ज की जाए. कलेक्टर ने कहा है कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान 5 दिन तक शहर की सीमाएं सील कर दी जाएं. किसी को भी बिना जरूरी काम के शहर में आने जाने न दिया जाए.