मुरैना। गौशालाओं में क्षमता से अधिक गाएं होने के कारण नगर निगम अब उनकी देखभाल और भरण-पोषण के लिए प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता देने की गुहार लगा रहा है. क्षेत्रीय विधायकों से भी नगर निगम ने पत्र लिखकर आर्थिक मदद मांगी है.
देवरी स्थित गौशाला की क्षमता 700 गोवंश रखने की है, तो वर्तमान में वहां 2,900 गोवंश हैं, जिसमें से कई गायों की अव्यवस्थाओं के कारण मौत हो गई है. जब गायों की मौत पर बवाल होना शुरू हुआ, तो निगम ने अपनी आर्थिक बदहाली की हकीकत प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखते हुए प्रदेश सरकार से 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद मांगी है. वहीं विधायकों को भी पत्र लिखकर 5-5 लाख की सहायता निधि की भी मांग की गई है.
देवरी गौशाला में क्षमता से अधिक है गाएं, महापौर ने प्रदेश सरकार से मांगी आर्थिक मदद
मुरैना की देवरी स्थित गौशाला में क्षमता से अधिक गाय होने से अव्यवस्थाएं बढ़ रही हैं, जिसके पीछे निगम अपनी आर्थिक हालत खराब बता रहा है. इसके लिए निगम ने प्रदेश सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है.
मुरैना। गौशालाओं में क्षमता से अधिक गाएं होने के कारण नगर निगम अब उनकी देखभाल और भरण-पोषण के लिए प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता देने की गुहार लगा रहा है. क्षेत्रीय विधायकों से भी नगर निगम ने पत्र लिखकर आर्थिक मदद मांगी है.
देवरी स्थित गौशाला की क्षमता 700 गोवंश रखने की है, तो वर्तमान में वहां 2,900 गोवंश हैं, जिसमें से कई गायों की अव्यवस्थाओं के कारण मौत हो गई है. जब गायों की मौत पर बवाल होना शुरू हुआ, तो निगम ने अपनी आर्थिक बदहाली की हकीकत प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखते हुए प्रदेश सरकार से 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद मांगी है. वहीं विधायकों को भी पत्र लिखकर 5-5 लाख की सहायता निधि की भी मांग की गई है.
Body:ज्ञात हो कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से कांग्रेस में अपने वचन पत्र में हर ग्राम पंचायत में गौशाला खोलने के वादे को पूरा करने के उद्देश्य से वर्तमान में संचालित गौशालाओं में सभी आवारा गोवंश को रखने के निर्देश जारी कर दिए थे जिसके तहत मुरैना जिले में अभी देवरी गौशाला में शहर के सभी आवारा गोवंश को रखने के लिए प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया था इसी तारतम्य जहां भी आवारा गोवंश नजर आता है उसे देवरी स्थित गौशाला में नगर निगम द्वारा भेजने का काम शुरू कर दिया परिणाम स्वरूप देवरी गौशाला की छमता 700 गोवंश रखने की है तो वर्तमान में वहां उन्नीस सौ गोवंश है जबकि एक समय में यहां गोवंश की संख्या 3:30 हजार हो चुकी थी जो अव्यवस्थाओं के कारण मौत का शिकार हुई । जब गायों की मौत पर बवाल होना शुरू हुआ तो निगम ने अपनी आर्थिक बदहाली की हकीकत प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रखते हुए प्रदेश सरकार से 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद मांगी है ताकि वर्तमान में रखे गए गोवंश की लिए रहने और खाने की आधारभूत व्यवस्थाएं की जा सके यही नहीं महापौर अशोक अर्गल मुरैना सुमावली और दिमनी विधानसभा के विधायकों को भी पत्र लिखकर 5-,5 लाख की सहायता निधि अपनी निधि दे से देने के लिए भी अनुरोध किया है ।
Conclusion:महापौर नगर निगम मुरैना एवं पूर्व सांसद अशोक अर्गल ने कहा है कि गौशाला में क्षमता से अधिक गाय होने के कारण अव्यवस्था में फैलती हैं इसलिए जब भी हम आवारा गोवंश को लेने से इनकार करते हैं तो क्षेत्र के विधायक दबाव बनाकर जबरन गोवंश रखने के लिए हम को मजबूर करते हैं इसीलिए हमने सभी विधायकों से अनुरोध किया है कि वह अपनी विधायक निधि से 5-5 की आर्थिक मदद गौशाला को करें ताकि उन्हें दाना और चारा मिल सके और गायों को भरपेट भोजन मिले ताकि वह स्वास्थ्य रह सकें ।
बाईट 1 - अशोक अर्गल , महापौर मुरैना ननि एवं पूर्व सांसद