मुरैना। मतदान के बाद अब मतगणना में निष्पक्ष कार्य हो, इसकी मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को आयुक्त चंबल संभाग कार्यालय का घेराव करते हुए ज्ञापन सौपा. प्रदर्शन के दौरान प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, विधायक कुणाल चौधरी और जिले की पांच विधानसभाओं के कांग्रेसी उम्मीदवार सहित हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए.
अधिकारियों पर चलेगा कमलनाथ सरकार का डंडा
इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने जिला प्रशासन पर भारतीय जनता पार्टी का एजेंट बनकर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, 'आयुक्त चंबल संभाग को चेताया गया है कि, अगर मतदान में निष्पक्षता नहीं बढ़ाई गई, तो 10 नवंबर के बाद कमलनाथ सरकार का डंडा ऐसे अधिकारियों पर चलेगा.'
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि, 'यह लोग पूर्व मंत्री नहीं बल्कि भाभी मंत्री हैं. कमलनाथ प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री हैं.' इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोकतंत्र को कलंकित करने का आरोप लगाते हुए शिवराज सिंह को विधायक खरीदने वाला और ज्योतिरादित्य सिंधिया को विधायक बेचने वाला सौदागर बताया. जीतू पटवारी ने कहा कि, 'प्रशासन ने मतदान के दौरान जो किया, उसे हम भूल भी सकते हैं, लेकिन अगर मतगणना में पारदर्शिता नहीं रखी गई, तो इसके भयानक परिणाम हो सकते हैं, क्योंकि जनता ने कांग्रेस पार्टी को विजयी बनाने का मन बना लिया है.'
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कही ये बात
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत ने आयुक्त चंबल संभाग को जिले की 5 विधानसभा सीटों के साथ-साथ भिंड जिले की 2 सीटों पर हुई गड़बड़ियों के संबंध में कहा कि, 'मतगणना के दौरान ऐसी स्थिति निर्मित न हो और न ही ईवीएम मशीन की गिनती से पहले मतपत्रों की गिनती की जाए. गिनती के बाद प्रत्येक चरण का सर्टिफिकेट प्रत्याशियों को दिया जाए. उसके बाद अगले चरण की गिनती की जाए, ताकि मतगणना में पारदर्शिता बनी रहे.' उन्होंने कहा कि, 'कांग्रेस को जिले की सभी सीटों पर गड़बड़ी की आशंका सता रही है. इसलिए आज कांग्रेस ने कमिश्नर चंबल संभाग का घेराव करते हुए पुलिस और प्रशासन के खिलाफ पारदर्शी कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन सौंपा.'
विधायक कुणाल चौधरी: आरोपियों की नहीं हुई गिरफ्तारी
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि, 'मतदान के दौरान पुलिस के संरक्षण में जिस तरह से कांग्रेस के मतदाताओं को डराया और धमकाया गया. पार्षदों पर गोली मारी की गई. पूर्व सांसद के घर पर फायरिंग की गई, लेकिन किसी भी मामले में अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होना लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खिलवाड़ करना है. मतदान के दौरान इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसलिए आज ग्वालियर चंबल संभाग की सभी सीटों पर मतगणना पारदर्शी ढंग से हो, इसकी मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है.'