मुरैना। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने शराब की दुकानों को बंद क्या कर दिया, माफिया और अधिक सक्रिय हो गए. उन्होंने सीमावर्ती राज्यों से अवैध शराब का व्यापक कारोबार शुरू कर दिया. इसी का परिणाम है कि पुलिस विभिन्न थाना क्षेत्रों में आए दिन बड़ी मात्रा में शराब की खेप पकड़ने में लगी हैं. सिविल लाइन थाना क्षेत्र में भी अवैध शराब निर्माण के लिए ले जाई जा रही केमिकल से भरी वैन को पुलिस ने जौरा रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास से पकड़ लिया. हालांकि इस दौरान पुलिस को देख कर वैन चालक मौके से फरार हो गया.
करोना कर्फ्यू के चलते सभी मार्गों पर चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं, ताकि लोगों की अनावश्यक आवाजाही न हों. इसी बीच जोरा रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास से गुजरते समय पुलिस ने एक वैन को पकड़ लिया, जिसमें दो कैन रखी हुई थी. पुलिस ने पूछताछ शुरू की, तो ड्राइवर गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया. पुलिस ने जब वैन की तलाशी ली, तो उसमें दो कैन केमिकल से भरी हुई थी. पुलिस ने वाहन नंबर के आधार पर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया हैं. अवैध केमिकल और वैन को जब्त कर लिया गया हैं.
कोरोना कर्फ्यू में शराब की दुकानें हैं बंद
कर्फ्यू के कारण मध्य प्रदेश सरकार ने शराब की बिक्री को भी बंद कर दिया हैं. यही वजह है कि अवैध शराब कारोबारियों ने आपदा में भी अवसर तलाश लिया हैं. मुरैना जिले के विभिन्न इलाकों में सीमावर्ती राज्यों उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भारी मात्रा में शराब मिल रही हैं. इस बात के प्रमाण इसलिए भी है, क्योंकि आए दिन पुलिस प्रत्येक थाना क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध शराब को जब्त कर रही हैं.
अवैध शराब माफिया के ठिकाने पर आबकारी विभाग ने मारा छापा, आरोपी फरार
राजस्थान में मध्य प्रदेश से सस्ती है शराब
मध्य प्रदेश की सीमा से लगे राजस्थान में कोरोना कर्फ्यू के दौरान शराब की दुकानें भी चालू हैं. वहां मध्य प्रदेश की अपेक्षा शराब की कीमत कम हैं. यही कारण है कि अवैध शराब का कारोबार करने वाले लोग बड़ी मात्रा में शराब लेकर आ रहे हैं.